Kuno Cheetah Death: कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में सोमवार को नामीबियाई से आई पांच साल की  चीता साशा (Sasha) की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, मादा चीता किडनी और लिवर से जुड़े संक्रमण से जूझ रही थी. लेकिन, उसकी मौत के बाद अब कई सवाल खड़े होने लगे हैं. वहीं वन्यजीव एक्पर्ट और अधिकारियों के बयानों में इसे लेकर विरोधाभास है.


दरअसल, कूनो के वन अधिकारियों ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक बयान में कहा कि जब नामीबिया से साशा की इलाज की हिस्ट्री ली गई तो पता चला कि नामीबिया में 15 अगस्त 22 को किए गए आखिरी ब्लड सैंपल टेस्ट में क्रिएटिनिन लेवल 400 से ज्यादा पाया गया, जिससे पता चलता है कि भारत आने से पहले साशा को किडनी की गंभीर बीमारी थी. वहीं वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, देहरादून के रिटायर्ड डीन डॉक्टर वायची झाला का कहना है कि जब चीतों को भारत लाया गया तब उनमें कोई बीमारी नहीं थी. इसके साथ ही मध्य प्रदेश पीसीसीएफ जेएस चौहान कहते हैं कि साशा को पहले से बीमारी थी इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी


क्या कहना है देहरादून के रिटायर्ड डीन डॉक्टर वायची का
वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, देहरादून के रिटायर्ड डीन डॉक्टर वायची झाला का कहना है कि चीतों को भारत लाया गया तब उनमें कोई बीमारी नहीं थी. उनको लाइफ स्टाइल की समस्या हुई. साथ ही और चीतों के संक्रमण के बारे में उन्होंने बताया कि किसी बी संक्रमण नहीं है. तीन चीतों को कम उम्र में जंगल से पकड़ा गया था. इनको शिकार नहीं आता, लेकिन ये ब्रीडिंग के लिए अच्छे हैं. वहीं चीता प्रोजेक्ट के बारे में उनका कहना है कि हमें कूनो जैसी तीन जगह बनाने का प्रयास करना था, केंद्र की ओर से पैसा नहीं मिला.


जेएस चौहान ने क्या कहा?
मध्य प्रदेश के पीसीसीएफ जेएस चौहान कहते हैं कि साशा को पहले से बीमारी थी इस बारे में हमें जानकारी नहीं थी.इसके सात तीन और चीतों में संक्रमण होने की जानकारी पूरी तरह से गलत है. जेएस चौहान ने चीतों को लेकर एहतिहात बरतने की बात को लेकर आगे कहा कि जब जंगल में कोई जानवर सामान्य व्यवहार करता है तो एहतिहात की ज्याद जरुरत नहीं होती है. आपको बता दें कि साशा के मौत के अगले दिन ही सुप्रीम कोर्ट ने चीता टास्क फोर्स में शामिल सदस्यों की जानकारी मांग ली थी. दरअसल, पांच साल की मादा चीता को सितंबर 2022 में भारत लाया गया था. जनवरी 2023 महीने में साशा में हेपटेरैनल इंफेक्शन (गुर्दे एवं यकृत का संक्रमण) की जानकारी सामने आई थी. तभी से लगातार किडनी और लिवर से जुड़े संक्रमण का इलाज चल रहा था. लेकिन, 27 जनवरी को उसने दम तोड़ दिया.



यह भी पढ़ें: MP Corona Guidelines: कोरोना वायरस और इन्फ्लूएंजा को लेकर जारी हुई गाइडलाइन, इन बातों का रखें ध्यान