Ladli Bahna Yojana in MP: एमपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) ने आधी आबादी पर फोकस किया था. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने मार्च महीने में लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) की घोषणा की थी. इस योजना के तहत जून 2023 से लाडली बहनों के खाते में एक-एक हजार रुपये आने की शुरुआत भी हो गई थी. तीन महीने बाद लाडली बहनों के खाते में 1250 रुपये आना भी शुरु हो गए थे. अब नई सरकार का गठन हो गया है. प्रदेश की कमान डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) के हाथों में है.
जनवरी महीने की 10 तारीख को सीएम डॉ. मोहन यादव ने ही लाडली बहनों के खाते में राशि डाली है, लेकिन विडम्बना यह है कि इस बार दो लाख से अधिक महिलाएं लाडली बहना योजना के लाभ से वंचित रह गई है. लाडली बहनों की घटी संख्या को लेकर बीजेपी का तर्क है कि पौने दो लाख महिलाएं 60 साल की उम्र से अधिक हो गई हैं, इसलिए अब वो योजना की पात्र नहीं हैं. इसे लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी लगातार प्रदेश सरकार पर हमलावर है.
महिलाओं को नहीं मिली लाडली बहना योजना की राशि
वहीं एबीपी न्यूज संवाददाता ने योजना की पड़ताल की तो पाया कि 60 साल से कम उम्र की महिलाओं को भी इस योजना के तहत राशि नहीं मिली है. महिलाएं मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भषण पोषण कर रही हैं. एबीपी संवाददाता नितिन ठाकुर को महिलाओं ने बताया कि उन्होंने लाडली बहना योजना के लिए फॉर्म भरा था, लेकिन उनका फॉर्म रिजेक्ट कर दिया गया.
लाडली बहना योजना की राशि उनके खाते में नहीं आई है. बता दें शिवराज सरकार में 1 करोड़ 31 लाख लाडली बहनों को योजना का लाभ दिया जा रहा था, लेकिन डॉ. मोहन यादव की सरकार में 1 करोड़ 29 लाख लाडली बहनों को ही योजना का लाभ दिया गया.
बीजेपी ने दिया ये तर्क
लाडली बहना योजना में घटी महिलाओं की संख्या के पीछे बीजेपी ने तर्क दिया है. बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस को जवाब देते हुए हिसाब दिया. उन्होंने कहा कि सितंबर 2023 से जनवरी 2024 तक लाडली बहनों की संख्या में जो 1 लाख 75 हजार 347 का अंतर आया है, उसके अलग-अलग कारण हैं. इसमें मृत्यु के कारण 154 बहनें कम हुईं, स्वेच्छा से लाभ लेने से इंकार करने के कारण 18 हजार 136 बहनें कम हुईं, समग्र आईडी/आधार लिंक न होने के कारण 804 बहनें कम हुईं और 1 जनवरी 2024 को 60 साल की आयु पूरी कर लेने के कारण 1 लाख 56 हजार 253 बहनें कम हुई हैं. किसी को योजना से बाहर नहीं किया गया.
योजना से वंचित महिलाओं ने क्या कहा
वहीं नवल गांव निवासी सुनीता ने एबीपी न्यूज संवाददाता से चर्चा में बताया कि उन्होंने लाडली बहना योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनका फॉर्म रिजेक्ट हो गया. लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. वो मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रही हैं. इसी तरह रामकली बाई ने बताया कि उन्होंने भी लाडली बहना योजना का फॉर्म भरा था, लेकिन पता नहीं क्यों उनका फॉर्म रिजेक्ट हो गया. उनको योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.
वहीं अनीता बाई ने बताया कि उन्होंने भी लाडली बहना योजना का फॉर्म भरा था, लेकिन पैसे नहीं मिल रहे हैं. घर की हालत ठीक नहीं है. मजदूरी कर गुजारा चल रहा है. हिनू बाई ने कहा कि उन्होंने भी लाडली बहना योजना के लिए फॉर्म भरा था, लेकिन पैसे नहीं आए. बताया गया है कि फॉर्म रिजेक्ट हो गया है.