'कांग्रेस प्राइवेट कंपनी नहीं जो एमडी चाहेगा होगा', नई कार्यकारिणी पर भड़के दिग्विजय सिंह के भाई
MP News: मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कार्यकारिणी का गठन होने के बाद विवाद थम नहीं रहा है. अब लक्ष्मण सिंह ने कहा कि कांग्रेस कोई प्राइवेट कंपनी नहीं है जो एमडी चाहेगा होगा.
MP Politics: मध्य प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी पर उठा विवाद थम नहीं रहा है. अब राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने सवाल उठाये हैं. उन्होंने वीडियो जारी कर कहा कि कार्यकारिणी कमरे में बैठकर बनाई गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की नई टीम में 117 नेताओं को जगह दी गयी है. लक्ष्मण सिंह ने कहा, "कांग्रेस प्राइवेट कंपनी नहीं है कि जो एमडी चाहेगा होगा. अध्यक्ष, अध्यक्ष होता है. अध्यक्ष एमडी नहीं होता."
कांग्रेस में विरोध के स्वर उठने पर बीजेपी को मौका मिल गया. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने एक्स पर लक्ष्मण सिंह का वीडियो शेयर किया है. पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने कहा कि जीतू पटवारी की नई टीम में विंध्य की उपेक्षा की गयी है. पीसीसी या जिले की बॉडी का गठन सब की राय लेकर किया जाता है. उन्होंने कहा, "मैं 1990 में विधायक बना और 1972 से कांग्रेस के लिए काम कर रहा हूं. पहले के नेता श्यामा चरण, अर्जुन सिंह, बोरा कार्यकर्ताओं की राय लेकर बॉडी का गठन करते थे."
जीतू पटवारी की नई टीम पर अब किसने खड़े किये सवाल?
लक्ष्मण सिंह ने अजय सिंह की बात का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि नई कार्यकारिणी में विंध्य के 8-10 जिलों से किसी को लिया नहीं गया. रीवा संभाग और कटनी जिला की उपेक्षा की गयी. विंध्य की 40-50 सीटों को नजरअंदाज कर दिया गया. 40-50 सीटों वाले क्षेत्र का नई कार्यकारिणी में प्रतिनिधित्व नहीं है. ऐसे संगठन की सूचियां बनाने से नुकसान होगा.
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि कब तक नुकसान उठाना पड़ेगा. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे का खुद कहना है कि वादा करो, जो निभा सको. उन्होंने कहा, "मैं तो शुरू से कह रहा हूं. मुझसे सब लोग नाराज रहते हैं. मैं पार्टी के हित में बोलता हूं और सबको बोलना चाहिए."
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