Lata Mangeshkar Death: मशहूर गायिका लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया. उन्हें इसी साल जनवरी महीने की शुरुआत में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था. स्थिति में सुधार नहीं होने के बाद वह पिछले कई दिनों से आईसीयू में थीं. लता मंगेशकर के निधन पर ट्वीट कर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ समेत कई दिग्गज नेताओं ने दुख जताया है.

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा, "गीत-संगीत के प्रति समर्पण से परिष्कृत आपका व्यक्तित्व शालीनता, सौम्यता व आत्मीयता की त्रिवेणी रहा, जो कला साधकों को अनंतकाल तक प्रेरित करता रहेगा. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें. अपनी सुमधुर अमर आवाज से लता दीदी सदैव हम सभी के बीच रहेंगी."

 


 

एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, "आपका जीवन हिंदी फिल्म जगत के साथ ही भारतीय संगीत की ऐसी अद्भुत यात्रा रही, जिसने कई पीढ़ियों को मानवीय संवेदनाओं को जीवंत करते गीत-संगीत से जोड़ा. फिल्म जगत के उद्भव से अत्याधुनिक युग में प्रवेश करने तक दीदी सहयोगी से संरक्षक तक की भूमिका में रहीं. आपका योगदान अविस्मरणीय रहेगा."

 


 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके बाद एक और ट्वीट किया और लिखा, "स्वर साम्राज्ञी, परम श्रद्धेय लता मंगेशकर जी के निधन से अन्तर्मन दुख, पीड़ा, शोक से व्यथित है. देश ही नहीं, समूचे विश्व ने एक ऐसी स्वर साधिका को खो दिया, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज से जीवन में आनंद घोलने वाले असंख्य गीत दिए. लता दीदी का तपस्वी जीवन स्वर साधना का अप्रतिम अध्याय है."

 

इसके बाद उन्होंने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "स्वर कोकिला आदरणीय #लता_मंगेशकर जी नहीं रहीं. स्वर के महायुग का अंत हो गया. लता दीदी आपके बिना यह देश सूना है, गीत-संगीत सूने हैं, हर घर सूना है, ह्रदय घट सूना है. आपकी कमी कभी कोई पूरी नहीं कर सकता. गीत-संगीत की देवी मानकर आप की पूजा करते रहेंगे. लता दीदी के चरणों में प्रणाम."




 







 

वहीं दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, "एक युग की समाप्ति हो गई. मध्यप्रदेश में जन्मी भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन की दुःखद खबर है. उनकी आवाज़ अमर है. ना उनके जैसा हुआ है और ना होगा. हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. ॐ शांति ॐ शांति ॐ शांति."

 


 

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, "लता दी सुरों का जीवंत इतिहास थीं. उनका जाना सुरों की दुनिया के साथ ही पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है. उनके जाने से अचानक जिस खालीपन का अहसास हो रहा है, वो शायद लंबे समय तक भरा नहीं जा सकेगा."

 


 

एक अन्य ट्वीट में लिखा, "स्वरकोकिला, सुर शिरोमणि, भारत रत्न और हम सब की प्रिय लता दी के निधन की खबर अत्यंत पीड़ादाई है. ईश्वर उनकी दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और करोड़ों देशवासियों को इस असीम दूख को सहन करने की शक्ति दे. ॐ शांति."

 


 

इसके बाद नरोत्तम मिश्रा ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "श्रद्धेय लता जी का निधन हम सभी के लिए गहन दुख और वेदना की घड़ी है. वे हमारे देश में एक ऐसा खालीपन छोड़ गई है जिसे कभी भरा नहीं जा सकता. लेकिन उनकी सुरीली आवाज हमेशा दिलों में जीवित रहेगी. ईश्वर से उनकी पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना करता हूं. ॐ शांति."

 


 

कमल नाथ ने ट्वीट करते हुए और लिखा, "स्वर कोकिला , सुर साम्राज्ञी , कई पुरस्कारों से सम्मानित , मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर जी के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक है. आज उनके निधन से संगीत का एक युग समाप्त हो गया. उनका निधन कला क्षेत्र की ऐसी क्षति है जो कभी पूरी नही हो सकती है."

 


 

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