MP News: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में करंट लगाकर जंगली जानवरों का शिकार करने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है. शहडोल जिले का अधिकांश क्षेत्र जंगलों से घिरा हुआ है. जिले की सीमा से लगे उमरिया जिले के बांधवगढ़ से जंगली जानवर शहडोल के आबादी क्षेत्र में भी आ जाते हैं. इस वजह से शिकारी बिजली का करंट लगाकर उनका शिकार कर लेते हैं, लेकिन यहां उस समय हड़कंप मच गया जब करंट से तेंदुए के साथ एक ग्रामीण की भी मौत हो गई. 


करंट से तेंदुए और एक व्यक्ति की मौत
घटना गोहपारू वन परिक्षेत्र अंतर्गत चुहिरी सर्किल के कोडार बीट की है. जहां तेंदुए के शव से 100 मीटर की दूरी पर एक ग्रामीण का शव पड़ा मिला. युवक कमलेश बैगा पिता बिरजू बैगा उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम कुदरी का रहने वाला था. सुबह जंगल की ओर गए ग्रामीणों ने तेंदुए के पास पड़े ग्रामीण के शव को देखकर मामले की जानकारी पुलिस के साथ वन विभाग के अधिकारियों को दी.


जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी एवं पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई. जहां तेंदुए और युवक कमलेश बैगा का शव मिला वहां 11 हज़ार केवी की लाइन से जंगल में जीआई वायर बिछाई गई थी. जिसके करंट की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई. इस मामले की वन विभाग के साथ पुलिस भी जांच कर रही है.


मामले की जांच में जुटी पुलिस और वन विभाग की टीम
गोहपारू रेंजर हेमंत कुमार प्रजापति का कहना है कि तेंदुए के समीप ही ग्रामीण का शव मिला है. वो जंगल में शिकार करने गया था या फिर किसी और काम से गया था ये अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. मामले की जांच की जा रही है. डॉग एस्कॉर्ट को भी मौके पर बुलवाया गया. गोहपारू थाने के टीआई विनय सिंह गहरवार ने बताया कि तेंदुए को मारने के लिए बिजली का करंट लगाया था.


इस दौरान ग्रामीण भी करंट की चपेट में आ गया और उसकी भी मौत हो गई. मृतक जंगल क्यों गया था. यह जांच का विषय है. ग्रामीण का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों कौ सौंप दिया गया है मामले की जांच की जा रही है.


इससे पहले केशवाही वन परिक्षेत्र में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया था. जहां जगंली जानवरों का शिकार करने के लिए लगाए गए करंट की चपेट में आने से पिता-पुत्र बुरी तरह झुलस गए थे.


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