Cyber Crime News in Madhya Pradesh: हाईटेक टेक्नोलॉजी का उपयोग केवल सुरक्षा एजेंसी ही नहीं बल्कि अपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी वारदात को अंजाम देने के लिए खूब कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है. थोड़ी सी लापरवाही उन्हें साइबर ठगी का शिकार बना सकती है. 


उल्लेखनीय है कि कुछ लोगों के गिरोह ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मोबाइल नंबर से छद्म काल कर कांग्रेस के नेताओं से लाखों रुपये की राशि मांगी. इस दौरान यह दावा किया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का मोबाइल हैक कर लिया गया था. हालांकि इस प्रकार की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिए कुछ एप्लीकेशन भी बाजार में आ चुके हैं. साइबर एक्सपर्ट सब इंस्पेक्टर प्रतीक यादव के मुताबिक वर्तमान समय में कुछ एप्लीकेशन के जरिए छाद्म काल भी किया जा सकता है, जिसके पास कॉल पहुंचती है, उसे स्क्रीन पर जो नंबर दिखाई देता है वह फर्जी होता है. इसी टेक्नोलॉजी के जरिए किसी भी वीआईपी नंबर को छद्म काल के जरिए दूसरे मोबाइल की स्क्रीन पर पहुंचाया जा सकता है. 


ऐसे बच सकते हैं साइबर क्रिमिनल से


धार के एसपी मनोज कुमार सिंह के मुताबिक यदि कोई भी व्यक्ति फ्रॉड से बचना चाहता है तो उसे कभी भी बीना विश्वसनीय एप्लीकेशन को डाउनलोड नहीं करना चाहिए. इसके अलावा अनट्रस्टेड लिंक पर भी क्लिक नहीं करना चाहिए. पुलिस कप्तान के मुताबिक वेब ब्राउजर का उपयोग करते समय भी विश्वसनीय वेबसाइट पर ही जाना चाहिए.यदि अनट्रस्टेड लिंक पर क्लिक हो जाता है तो मोबाइल हैक कर हैकर पूरी जानकारी हासिल कर लेता है. अपने मोबाइल को किसी अनजान व्यक्ति के हाथ में भी नहीं देना चाहिए. हमेशा मोबाइल में लॉक लगे रहना चाहिए.


विदेशी सर्वर का करते हैं उपयोग 


साइबर क्राइम करने के लिए अपराधी विदेशी सर्वर का उपयोग करते हैं.इसके जरिए कॉल कुछ एप्लीकेशन के माध्यम से विदेशी सर्वर से होते हुए फिर भारत आती है.ऐसे में अपराधी को पकड़ना काफी मुश्किल होता है. यही वजह है कि साइबर क्राइम के मामले पिछले कुछ समय में काफी बढ़े हैं. इनसे लोगों को बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है. यदि थोड़ी सी लापरवाही हो जाती है तो साइबर क्राइम करने वाले अपराधी खाते से लाखों रुपये निकाल लेते हैं.


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