Lok Sabha Election 2024 Madhya Pradesh: छिंदवाड़ा 45 वर्षों से कमलनाथ परिवार का मजबूत किला बना हुआ है. परिवार के सदस्य विधानसभा और लोकसभा में छिंड़वाड़ा का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं. इस बार लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जनता के बीच हैं. उन्होंने 45 सालों का लेखा जोखा रखते हुए सौंसर विधानसभा क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी और रेल सुविधाओं की उपलब्धियां गिनाईं. छिंदवाड़ा भौगोलिक दृष्टि से मध्य प्रदेश के बड़े जिलों में शामिल है.


45 वर्षों से छिंदवाड़ा कमलनाथ परिवार का किला


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पिछले 45 सालों से छिंदवाड़ा का लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इस बार भी कांग्रेस ने कमलनाथ के बेटे पर भरोसा जताया है. नकुलनाथ को छिंदवाड़ा के चुनावी रण में उतारा गया है. सौंसर की जनता के बीच वोट मांगने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 45 सालों का ब्योरा रखा. 


बेटे के चुनाव प्रचार में पिता ने झोंकी पूरी ताकत


सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने खुद की पीठ थपथपायी. उन्होंने कहा कि सौंसर बस्ती के विकास की कहानी बहुत कुछ कहती है. कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले के 2000 गांव में से 480 तक बिजली उपलब्ध थी. बिजली का विस्तारितकारण भी मेरे कार्यकाल में हुआ. बड़ी रेल लाइन होने के बावजूद छिंदवाड़ा में केवल मालगाड़ी ही दौड़ती थी. पैसेंजर ट्रेन की सौगात भी उनके कार्यकाल में ही दी गई. उन्होंने रोजगार के अवसर पर भी बड़ा दावा किया.


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के कई सेंटर चला रहे हैं, सेंटर से हजारों लोग तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर स्वावलंबी बन रह रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि सांसद निधि से छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में 6 हजार किलोमीटर की सड़क बनी है. उन्होंने पेयजल उपलब्धता का भी पहले से बेहतर इंतजाम छिंदवाड़ा में होने का दावा किया है. 


बीजेपी ने की पूर्व मुख्यमंत्री से हिसाब की मांग


बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने कमलनाथ के बयान पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को जिले-जिले के साथ अपना विकास भी बताना चाहिए. 45 सालों में कमलनाथ और उनके परिवार का कितना विकास हुआ है? सवाल का जवाब जनता जानना चहती है. मध्य प्रदेश में परिवारवाद की बड़ी मिसाल और कहीं भी देखने को नहीं मिल सकती है.


पिछले 45 सालों से परिवारवाद के अन्याय का सामना करना पड़ रहा है. इस बार जनता सारा हिसाब किताब पूरा कर देगी. मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर 4 चरणों में चुनाव होंगे और राज्य की सबसे हाई प्रोफाइल सीट छिंदवाड़ा में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी. 


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