Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनावों के लिए देश में पहले चरण का मतदान पूरा हो चुका है लेकिन पहले चरण में देखने में आया कि कई शहरों और ग्रामीण इलाकों में वोटिंग प्रतिशत घटा हुआ दिखा या 50 से 60 फीसदी तक सिमट गया. ऐसे में नेताओं को इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं उनके वोट भी गर्मी के प्रकोप और शादियों की भेंट न चढ़ जाएं.
मालवा निमाड़ भी इससे अछूता नहीं है. इंदौर सीट की बात करें तो यहां भी कुछ ऐसा ही हाल है. इंदौर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला है. हालांकि, बीते 35 साल से भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को यहां खाता खोलने तक का मौका नही दिया है. ऐसे में कांग्रेस ने हर बार यहां उम्मीदवारी दमदारी से तो की लेकिन जीत नहीं पाई.
प्रत्याशी भर रहे अपनी जीत का दम
अब बात करें नेता और उनके प्रचार अभियान की. दरअसल, प्रत्याशियों के जनसंपर्क अभियान शुरू हो चुके हैं. इंदौर में कांग्रेस की ओर से डॉक्टर अक्षय कांति बम चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, बीजेपी की ओर से दूसरी बार मैदान पकड़ कर शंकर लालवानी डटे हुए हैं. दोनों ही प्रत्याशी अपनी जीत का दम भर रहे हैं.
कांग्रेस वादा कर रही है कि आएंगे तो क्या लाएंगे? वहीं बीजेपी कह रही है कि जो योजनाएं चल रही हैं. उनके अलावा भी जन जन तक लाभ पहुंचाने और विकास के कार्य करने के लिए वे जमीन पर उतरे हैं.
प्रचार में सता रही गर्मी और धूप
इंदौर में कल से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शंकर लालवानी ने अपने जनसंपर्क का विधिवत शुभारंभ किया लेकिन जो भी जनसंपर्क कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं वे धूप और गर्मी को देखकर ही बन रहे हैं. प्रत्याशी के पास सुबह 9.00 बजे से लेकर दोपहर 12.00 बजे तक का वक्त होता है, जब वह पैदल या गाड़ी से प्रचार करें क्योंकि कड़ी धूप में ज्यादा पैदल चलना भी प्रत्याशियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो जाता है.
प्रचार करने के लिए करना पड़ता है धूप हल्की होने का इंतजार
वहीं, दोपहर का भोजन और विश्राम करने के बाद प्रत्याशी दोपहर की बैठकों में भाग लेते हैं. जिस जगह वे प्रचार कर रहे होते हैं वहां स्थानीय लोगों और नेताओं से बैठक में बातचीत करते हुए दोपहर गुजर रही है. इसके बाद शाम 5.00 बजे से फिर से प्रचार शुरू होता है, जब धूप कुछ हल्की हो जाती है.
प्रत्याशी इसके बाद रात 11.00 बजे तक भी प्रचार अभियान चलाए रखते हैं क्योंकि दिन में गर्मी और तपिश की वजह से उन्हें वक्त नहीं मिल पाता. ग्रामीण इलाकों में हालात और खराब हो जाते हैं. जहां सूनी पड़ी पगडंडियों पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ ये प्रत्याशी वोट की अपील करते दिखते हैं.
शादियों ने बिगाड़ी तैयारी
दरअसल, इंदौर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शादियों को लेकर खासा माहौल देखा जा रहा है. ऐसे में जब ये प्रत्याशी अपने लिए वोट की अपील करने कहीं जा रहे हैं तो उन्हें शादियों की वजह से भी परेशानी उठानी पड़ रही है क्योंकि जहां जनसंपर्क करना है वहा के स्थानीय लोग शादियों में व्यस्त हैं या फिर घर पर है ही नहीं. ऐसे में फिलहाल जनसंपर्क कार्यक्रम को शहरी इलाकों तक सीमित रखा गया है या इंदौर के सटे लिए ग्रामीण इलाकों में प्रचार प्रसार किया जा रहा है.
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