Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव की तैयारी तेज, इंदौर में इलेक्शन कमीशन ने दिया वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का निर्देश
Lok Sabha Elections: इंदौर एडीएम राजेंद्र रघुवंशी ने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले ऐसे मतदाता जो 18 साल के हो चुके हैं, उनके नाम मतदाता सूची में जोड़ने के निर्देश राज्य निर्वाचन आयोग ने दिए हैं.
Madhya Pradesh News: विधानसभा चुनाव पूरे होने के बाद अब राज्य निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है. इसकी शुरुआत मतदाता सूची से की गई है. मतदाता सूची में बहुत सारे बदलाव होना बाकी हैं और जिला स्तर पर जिला निर्वाचन अधिकारी को इसके निर्देश जारी किए जा चुके हैं. इस संदर्भ में इंदौर (Indore) जिला कलेक्टर को भी निर्देश दिए गए हैं कि जो मतदाता सूची लोकसभा चुनाव के लिए उपलब्ध है उसमें नए नाम जोड़े जाएं और जो लोग अब नहीं रहे उनके नाम को सूची से हटाया जाए.
विधानसभा चुनाव के खत्म होने के बाद अब लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने पिछले दिनों प्रदेश के सभी जिलों में निर्वाचन का काम करने वाले अफसरों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में नए मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने और चुनाव के दौरान आने वाली समस्याओं के निराकरण पर भी चर्चा की गई थी. इधर इंदौर जिले के एडीएम राजेंद्र रघुवंशी ने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले ऐसे मतदाता जो 18 वर्ष के हो चुके हैं, उनके नाम मतदाता सूची में जोड़ने के निर्देश राज्य निर्वाचन आयोग ने दिए हैं.
इन लोगों का नाम लिस्ट से हटाया जाएगा
वहीं ऐसे सरकारी कर्मचारी जिनका नाम मतदाता सूची में नहीं है उनके नाम भी सूची में जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं. मतदाता सूची को लेकर इंदौर जिला कलेक्टर कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक भी हुई और इस बैठक में तमाम बड़े अधिकारी मौजूद रहे. जिला कलेक्टर ने यह स्पष्ट किया कि जो मतदाता सूची लोकसभा चुनाव के लिए तैयार की जाएगी उसमें 1 जनवरी 2024 की स्थिति में जिन नए मतदाता का नाम सूची में जोड़े जाने हैं वह जल्द हो यह सुनिश्चित किया जाएगा. इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है तो उसका नाम इस सूची से हटाया जाएगा.
अप्रैल या मई में हो सकता है लोकसभा चुनाव
ऐसे में जो लोग अब यहां नहीं रहते या जो स्थानीय निवासी नहीं है उनका नाम भी स्थानीय सूची से हटा दिया जाएगा. साथ दी लिस्ट में जो भी बदलाव किए जाने हैं वह सभी बदलाव किए जा रहे हैं. मतदाता सूची में फेर बदल किया जा रहा है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में बहुत ज्यादा वक्त नहीं है और तकरीबन 2 से 3 महीने बाद लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता भी लागू हो सकती है. संभवत अप्रैल या मई महीने में चुनाव हो जाएंगे और उसके पहले मतदाता सूची को तैयार करना जिला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है.