Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कल शुक्रवार 19 अप्रैल को 6 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. जबलपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, शहडोल और सीधी संसदीय क्षेत्र में पहले चरण की वोटिंग में 57.02 लाख पुरुष, 55.66 लाख महिलाएं और 184 थर्ड जेंडर समेत करीब 1.12 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इन 6 सीटों पर 91 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है.इसके लिए 13750 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
यहां बताते चलें कि मध्य प्रदेश की जिन 6 सीटों पर पहले चरण में वोट डाले जाएंगे,उनमें छिंदवाड़ा और मंडला में प्रतिष्ठा की लड़ाई है. छिंदवाड़ा में कांग्रेसी दिग्गज कमलनाथ अपना किला बचाने के लिए दिन-रात पसीना बहा रहे हैं. यहां से उनके पुत्र नकुलनाथ दूसरी बार संसद में पहुंचने के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
नकुलनाथ के छिंदवाड़ा में बीजेपी की तैयारी
बीजेपी ने छिंदवाड़ा सीट पर जबरदस्त चक्रव्यूह तैयार करते हुए कमलनाथ का किला भेदने की भरपूर कोशिश की है. चुनाव प्रचार की समय सीमा खत्म होने के एक दिन पहले मंगलवार (16 अप्रैल) को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छिंदवाड़ा में रोड शो करके बीजेपी की ताकत दिखाई. इसके अलावा, अमित शाह ने 40 मिनट तक बंद कमरा बैठक में पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र भी दिया. पार्टी ने यहां से अपने नगर अध्यक्ष विवेक बंटी साहू को चुनाव मैदान में उतारा है.
नाथ परिवार का गढ़ है छिंदवाड़ा
दरअसल, 6 महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने छिंदवाड़ा की सभी सात सीटों पर कमलनाथ के नेतृत्व में विजय पाई थी. आजादी के बाद छिंदवाड़ा सीट पर सिर्फ एक बार 1997 के उप चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था. तब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को परास्त किया था. यहां से कमलनाथ नौ बार उनकी पत्नी अलका नाथ एक बार और बेटे नकुल नाथ एक बार सांसद रह चुके हैं.
मंडला लोकसभासीट पर सांसद कुलस्ते की लड़ाई
इसी तरह मंडला सीट (आदिवासी आरक्षित) बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है. बीजेपी ने यहां से छह बार के सांसद और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को टिकट दिया है. आदिवासी बहुल मंडला में सीट पर फग्गन सिंह कुलस्ते का मुकाबला कांग्रेस के चार बार के विधायक ओमकार सिंह मरकाम से है.
इस सीट पर बीजेपी की चिंता इस वजह से बढ़ी हुई है क्योंकि 6 महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव के दौरान फग्गन सिंह कुलस्ते को मंडला जिले की निवास सीट से हार का सामना करना पड़ा था. मंडला संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली आठ विधानसभा सीटों में से पांच पर कांग्रेस तो तीन पर बीजेपी का कब्जा है.
बालाघाट लोकसभा सीट
आदिवासी बहुल बालाघाट सीट पर इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. यहां बीजेपी की भारती पारधी और कांग्रेस के सम्राट सारस्वर के साथ बीएसपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने मुकाबला रोचक बना दिया है. बालाघाट संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में से चार पर बीजेपी और चार पर कांग्रेस का कब्जा है.
शहडोल लोकसभा सीट
विंध्य क्षेत्र की शहडोल संसदीय सीट भी आदिवासियों के लिए आरक्षित है. शहडोल लोकसभा में आठ सीटें है.नवम्बर 2023 के चुनाव में उसमें से सात पर भाजपा और एक पर कांग्रेस की जीत हुई थी. पुष्पराजगढ़ से कांग्रेस के फुंदेलाल सिंह मार्को को विजय मिली थी. शहडोल लोकसभा सीट पर बीजेपी की वर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह का मुकाबला कांग्रेस की एकमात्र विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को से है.
सीधी लोकसभा सीट
विंध्य क्षेत्र की सीधी लोकसभा सीट से बीजेपी ने इस बार डॉ राजेश मिश्रा पर दांव खेला है तो वहीं कांग्रेस ने कमलेश्वर पटेल को चुनावी समर में उतारा है.साल 2019 के चुनावों में सीधी लोकसभा सीट से बीजेपी की रीति पाठक को बंपर जीत मिली थी.रीति पाठक ने कांग्रेस के अजय सिंह राहुल को करारी शिकस्त दी थी.उन्होंने कुल 6 लाख 98 हजार 342 वोट हासिल किए थे जबकि कांग्रेस उम्मीदवार अजय सिंह को 4 लाख 11 हजार 818 वोट हासिल हुए थे.रीति पाठक के विधानसभा में चले जाने के कारण भाजपा ने इस बार इस सीट पर एक अन्य ब्राह्मण चेहरा डॉक्टर राजेश मिश्रा को टिकट दिया है.
जबलपुर लोकसभा सीट
बात जबलपुर संसदीय सीट की करें तो यहां साल 1996 से बीजेपी का कब्जा है.जबलपुर सीट पर बीजेपी ने इस बार नया चेहरा उतारा है.चार बार के सांसद राकेश सिंह के विधानसभा चुनाव जीतकर मंत्री बनने के बाद बीजेपी के गढ़ को बचाने की जिम्मेदारी पार्टी ने आशीष दुबे को सौंपी है.आशीष दुबे का मुकाबला कांग्रेस के दिनेश यादव से है, जिन्हें पार्टी ने ओबीसी कार्ड खेलते हुए मैदान में उतारा है.
सीटवार प्रत्याशी
जबलपुर - 19
सीधी - 17
शहडोल - 10
बालाघाट - 16
मंडला -14
छिंदवाड़ा - 15
6 सीटों के वोटर एक नजर में
पुरुष वोटर - 57.02 लाख
महिला वोटर - 55.66 लाख
थर्ड जेंडर वोटर - 184
कुल वोटर - 1.12 करोड़
पोलिंग स्टेशन - 13,570
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