(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Election 2024: MP की ये सीट 1989 से है BJP का गढ़, कांग्रेस ने कई दिग्गज उतारे लेकिन हर बार मिली हार
MP Lok Sabha Election 2024: भोपाल लोकसभा सीट पर साल 1989 से बीजेपी का कब्जा चला आ रहा है. कांग्रेस ने यहां एक से बढ़कर एक दिग्गज मैदान में उतारे, लेकिन हर बार उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा.
Madhya Pradesh News: विधानसभा चुनावों के बाद अब राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी अप्रैल-मई महीने में लोकसभा चुनाव हो सकते हैं. मध्य प्रदेश में 29 लोकसभा सीटें हैं. पिछले 2019 के चुनाव में इनमें से बीजेपी को 28 सीटें मिली थी, जबकि कांग्रेस को महज एक सीट से ही संतोष करना पड़ा था. इन 29 लोकसभा सीटों में बीजेपी के पास कुछ अटल सीटें हैं, इनमें भोपाल लोकसभा सीट भी शामिल है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भोपाल लोकसभा सीट पर 14 लाख 8 हजार 669 वोट डले गए थे.
भोपाल लोकसभा सीट की बात करें तो साल 1989 से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा चला आ रहा है. हालांकि, 1952 से 1989 के बीच यह सीट एक बार भारतीय जन संघ और एक बार जनता दल के खाते में आई. इसके बाद 1989 से इस सीट पर बीजेपी का ऐसा कब्जा हुआ कि कांग्रेस ने एक से बढ़कर एक दिग्गज मैदान में उतारे, लेकिन हर बार उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा. भोपाल लोकसभा सीट में आठ विधानसभा क्षेत्र लगते हैं, जिनमें बैरसिया, भोपाल उत्तर, नरेला, भोपाल दक्षिण-पश्चिम, भोपाल मध्य, गोविंदपुरा, हुजूर और सीहोर विधानसभा आती है.
2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम
2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम पर नजर डाले, तो इसमें बीजेपी की प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को हराया था. इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को 8 लाख 66 हजार 482 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के दिगिवजय सिंह को 5 लाख एक हजार 660 वोट मिले थे. वहीं बसपा को 11 हजार 277 वोट मिले थे. इस तरह बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने यह चुनाव 3 लाख 64 हजार 822 मतों से जीत लिया था. बीजेपी को 61.54 प्रतिशत और कांग्रेस को 35.63 प्रतिशत वोट मिले थे.
भोपाल लोकसभा सीट का इतिहास
भोपाल लोकसभा सीट का गठन 1952 में हुआ था. 1952 में पहली बार कांग्रेस के सईदउल्ला रज्मी यहां से सांसद बने थे, जबकि 1957-1962 तक मैमूना सुल्तान, 1967 में भारतीय जन संघ के जगन्नाथराव जोशी, 1971 में कांग्रेस के शंकरदयाल शर्मा, 1977 में जनता दल से आरिफ बेग, 1980 से कांग्रेस के शंकरदयाल शर्मा, 1984 में कांग्रेस के केएन पठान, 1989 से 1998 तक बीजेपी के सुशीलचंद्र वर्मा, 1999 में बीजेपी से उमा भारती, कैलाश जोशी, आलोक संजर और वर्तमान में प्रज्ञा ठाकुर सांसद हैं.
अधिकारी-कर्मचारियों का प्रभाव
राजनीति के जानकारों का कहना है कि अब से 25 साल पहले था इस सीट पर भोपाल के स्थानीय लोगों का प्रभाव था, लेकिन अब यह सीट अधिकारी-कर्मचारियों के प्रभाव वाली सीट बन गई है. साथ ही माना जाता है कि इस सीट पर कायस्थ समाज के वोट भी सर्वाधिक संख्या में हैं. राजनीत के जानकारों का कहना है कि इस बार लोकसभा चुनाव में राम लहर चल सकती है.