MP Assembly Enlightenment Program: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार (8 जनवरी) को विधानसभा के सभागृह में आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मौजूदगी में विधायकों ने फोटो सेशन करवाया. इस फोटो सेशन के दौरान भी शिवराज सिंह चौहान बाहर हो गए हैं.


शिवराज सिंह चौहान का मुख्यमंत्री पद जाने के बाद उनकी टीस देखी जा सकती है. उन्होंने कई सार्वजनिक मंचों से बोलते हुए इसका इजहार भी किया है. बीते दिनों शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि "जब मुख्यमंत्री थे तो कहते थे आपके चरण कमल के समान हैं. अब पद पर नहीं रहे तो होर्डिंग से फोटो ऐसे गायब हो जाते हैं, जैसे गधे के सिर से सींग." उनका यह बयान विधानसभा के सभागृह में आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम के दौरान विधायकों के बीच भी चर्चा का विषय बना रहा. विधायक एक दूसरे से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान को लेकर बातचीत करते दिखाई दिए. 


शिवराज सिंह चौहान विधानसभा से दिखे नदारद
इस दौरान सभी विधायकों का एक ग्रुप फोटो खिंचवाया गया. इस फोटो से भी शिवराज सिंह चौहान बाहर हो गए. दरअसल, वे मंगलवार (9 जनवरी) को विधानसभा के सभागृह में आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल होने नहीं पहुंचे. इस कार्यक्रम में पक्ष विपक्ष के सभी विधायकों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री मोहन यादव, संसदीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित वरिष्ठ नेता मंचासीन थे, उनके साथ कार्यक्रम में सभी विधायकों और मंत्रियों ने हिस्सा लिया. 


'विधायकों के लिए तैयार होंगे नए भवन'
कार्यक्रम के दौरान अपने उत्पादन में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि "कई दशक पहले विधायकों के लिए विश्रामगृह बने थे जो की कई मायनो में वर्तमान स्थिति और सुविधा के हिसाब से अनुकूल नहीं हैं, इसलिए विधायकों के लिए नए भवन बनने चाहिए." मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने इस मांग को मंजूर करते हुए मंच से ऐलान कर दिया कि भविष्य में विधायकों की सुविधा के अनुरूप नए भवन का निर्माण कराया जाएगा. 


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