Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के भोपाल में तकनीकी शिक्षा विभाग में कार्यरत रमेश हिंगोरानी के घर लोकायुक्त की रेड में करोड़ों रुपये की काली कमाई का खुलासा हुआ है. शिक्षा संचालनालय में पदस्थ जूनियर ऑडिटर हिंगोरानी की अब तक 90 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति खुलासा हो चुका है. रियल स्टेट और ब्याज कारोबार से भी जुड़े तार मिले हैं.
लोकयुक्त की छह टीमों ने बुधवार (16 अक्तूबर) की सुबह पांच बजे से हिंगोरानी के बैरागढ़ स्थित घर सहित छह ठिकानों पर दबिश दी. इस दौरान रात 12 बजे तक लोकायुक्त की कार्रवाई जारी रही. लोकायुक्त टीम ने बैरागड़ में हिंगोरानी के बंगले के अलावा गांधीनगर स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल, प्रेरणा किरण स्कूल, मैरिज गार्डन में भी छापेमारी की.
इस कार्रवाई के दौरान 90 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले. साथ ही चार लग्जरी कार, पांच दो पहिया वाहन, एक किलो 14 ग्राम की गोल्ड ज्वेलरी (कीमत 70 लाख), एक किलो 21 ग्राम के चांदी के जेवरात, 12 लाख 17 हजार 950 रुपये कैश बरामद किए गए.
बेटे के स्कूल से मिली अवैध पिस्टल
फिलहाल अभी संपत्तियों के दस्तावेज की जांच की जानी बाकी है. लोकायुक्त डीएसपी संजय शुक्ला के अनुसार कार्रवाई के दौरान 709 लाख रुपये के जेवरात मिले हैं. प्रॉपर्टी दस्तावेजों की जांच की जा रही है.
लोकायुक्त की टीम को हिंगोरानी के बेटे नीलेश के प्रेरणा किरण स्कूल में बने ऑफिस में कार्रवाई के दौरान एक अवैध पिस्टल भी मिली है. इसकी सूचना लोकायुक्त पुलिस ने तुरंत स्थानीय पुलिस को दी, जिसके बाद गांधीनगर थाने में नीलेश के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया गया.
1992 में जॉइन की थी नौकरी
रमेश हिंगोरानी की जॉइनिंग तकनीकी शिक्षा विभाग में 1992 में हुई थी. हिंगोरानी तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत मुख्यमंत्री मेधावी योजना के श्यामला हिल्स स्थित कार्यालय में असिस्टेंड ग्रेन वन के पद पर पदस्थ हैं, जिसकी मासिक सैलरी 82 हजार रुपये है.
दिग्विजय ने किया तंज
इधर इस कार्रवाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा, "अब तो जूनियर ऑडिटर बनना ही अच्छा है, ना रामेश्वर! अब पता चला है कि इनके घर से अवैध पिस्टल भी मिली है. जय सिया राम, एक किलो सोना-एक किलो चांदी, मशीन से गिने नोट, भोपाल में जूनियर ऑडिटर के रियल स्टेट और ब्याज के धंधे से भी जुड़े तार."