Bhopal: मध्य प्रदेश में नगरी निकाय चुनाव का पहला दौर संपन्न हो चुका है. पहले चरण में हुए मतदान प्रतिशत के घटने से दोनों ही प्रमुख दलों बीजेपी और कांग्रेस के नेता परेशान और चिंतित नजर आ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो दोनों ही पार्टियों के बड़े नेता अपने-अपने स्तर पर बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से चर्चा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं .


बीजेपी बोली जनता हमारे साथ, कांग्रेस ने भी किया जीत का दावा


वहीं,  इस संबंध में जब मीडिया ने बीजेपी नेता भूपेंद्र सिसोदिया से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मौसम और बारिश की वजह से कुछ इलाकों में मतदान प्रतिशत गिरा है, लेकिन जनता का समर्थन बीजेपी के साथ है. वहीं कांग्रेस के नेताओं का कहना है यह सत्ता विरोधी लहर है. इसीलिए जनता ने मतदान ना करने का फैसला लेकर बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखाने की ठानी है. वहीं,  पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी सभी महापौर उम्मीदवारों से अपने अपने क्षेत्र में हुए कम मतदान को लेकर जानकारी जुटाई है और नेताओं के साथ मिलकर इसकी समीक्षा की जा रही है.


पंचायत चुनाव पहले ही दिखा चुका है भविष्य की तस्वीर
 पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता बीजेपी के विरोध में वोट कर रही है. इसीलिए नगरी निकाय चुनाव में भी प्रतिशत गिर रहा है. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव पहले ही इसकी तस्वीर साफ कर चुके हैं. इसके विपरीत बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी में इन बयानों पर चुटकी लेते हुए कहा है कि हम आश्वस्त हैं नगरीय निकाय में जनता का साथ बीजेपी के लिए है. यदि कम मतदान से कांग्रेस को फायदा होने वाला है तो क्यों कांग्रेस के दिग्गज नेता फिर से ईवीएम और अधिकारियों का आलाप राग रहे हैं. कांग्रेस जब भी चुनाव हारने की स्थिति में होती है तो वह इसी प्रकार  का माहौल पैदा कर भ्रमित करने का कार्य करती है. सूत्रों की मानें तो नगर निकाय चुनाव में वोटिंग परसेंटेज के गिरने से कहीं ना कहीं दोनों ही दल परेशान हैं,  क्योंकि अपनी अपेक्षा के मुताबिक दोनों ही दलों का परफारमेंस दिखाई नहीं दे रहा है.


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