Madan Mahal Station in MP: आपने भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन की शानो-शौकत तो देख ली, अब जल्द ही मध्यप्रदेश का एक और रेलवे स्टेशन इसी तरह वर्ल्ड क्लास होगा. जबलपुर के मदन महल स्टेशन को रानी कमलापति स्टेशन की तर्ज पर नया रूप दिया जा रहा है. करीब 120 करोड़ रुपये की लागत से इस स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है. यहां आपको बताते चलें कि मदन महल स्टेशन को मध्य प्रदेश के पहले पिंक स्टेशन का दर्जा भी मिला है. यहां यात्री सुविधाओं संबंधी सभी कार्य महिला रेल कर्मचारियों द्वारा संचालित किया जाता है.
नए रंग रूप में नजर आएगा मदन महन स्टेशन
पश्चिम मध्य रेल के सीपीआरओ राहुल जयपुरियार के मुताबिक रानी कमलापति स्टेशन की तर्ज पर जबलपुर का मदन महल स्टेशन भी जल्द नए रंग रूप में नजर आएगा. पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर ने रीडिवेलपमेंट प्रोजेक्ट (Redevelopment Project) के तहत मदन महल स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के लिए कई नए कार्य किये जा रहे हैं. सबसे पहले स्टेशन पर नए प्लेटफार्म जिसे एक नंबर प्लेटफार्म कहा जायेगा का बेस तैयार किया जा रहा है और जल्द ही इस में पटरी बिछाने का काम भी शुरू होगा.
कायाकल्प में पश्चिम रेलवे सबसे आगे
रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प करने में इन दिनों जबलपुर का पश्चिम मध्य रेलवे देश भर में सबसे आगे है. भोपाल का रानी कमलापति स्टेशन हो या फिर कोटा या जबलपुर का मुख्य रेलवे स्टेशन, लगातार रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प के काम में पश्चिम मध्य रेलवे फोकस किये हुए हैं. इसी कड़ी में जबलपुर के मदन महल स्टेशन का स्वरूप भी बड़ा होने जा रहा है. मदन महल स्टेशन में मौजूद कुल 4 प्लेटफार्म को नया स्वरूप दिया जा रहा है. जहां से जल्द ही ट्रेनों की शुरुआत भी होगी. करीब 120 करोड़ रुपये की अधिक लागत से मदन महल में चार प्लेटफार्म बनाए जाने का काम शुरू कर दिया गया है. स्टेशन को भी रानी कमलापती स्टेशन की तर्ज पर कई आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस किया जाएगा. यहां आधुनिक यात्री प्रतिक्षालय, बुकिंग काउंटर ,वाश रूम, डिजिटल बोर्ड के साथ-साथ एस्केलेटर लिफ्ट समेत अन्य सुविधाएं दी जाएंगी.
राजा रघुनाथ शाह नामकरण करने की मांग
Redevelopment Project के तहत मदन महल स्टेशन के मौजूदा तीन प्लेटफार्म को बढ़ाकर चार किया जा रहा है ताकि यहां ज्यादा से ज्यादा ट्रेनों को ठहराव दिया जा सके. मदन महल स्टेशन से दिल्ली, कोलकाता, मुम्बई, रीवा सहित कई अन्य गन्तव्य की ओर जाने वाली रेल गाड़ियों की शुरुआत भी की जाएगी. मदन महल रेलवे स्टेशन में नव निर्माण के साथ उसका नाम बदलने की मांग भी की जा रही है. पिछले दिनों पश्चिम मध्य रेल के क्षेत्राधिकार वाले संसदीय क्षेत्र के सांसदों की बैठक में इसका नाम बदलकर आदिवासी राजा रघुनाथ शाह के नाम पर रखने की मांग उठी थी.
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