Sehore News: मध्य प्रदेश में एक बार फिर बड़े कथित सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है. सीहोर की पुलिस ने सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है. आरोप है कि सेक्स रैकेट शिवसेना की महिला नेता के मकान में पकड़ा गया है. दावा है कि यह महिला 2015 में शिवसेना के टिकट पर नगर पालिका का अध्यक्ष चुनाव लड़ चुकी है. सीहोर में बस स्टैंड के पास पुलिस ने देर रात एक मकान पर रेड की और इस रेड में 5 कॉल गर्ल समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. 


रैकेट की सरगना खुद को शिवसेना की महिला प्रमुख कहने वाली अनुपमा तिवारी नाम की महिला है जो कई मंचों से सम्मानित भी हो चुकी हैं. 2015 में वह सीहोर नगर पालिका में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव भी लड़ी थी और शिवसेना पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने के बावजूद उसे सिर्फ 700 के करीब वोट मिले थे.


इतना ही नहीं यह महिला खुद को पत्रकार भी बताती है और शराबबंदी पर अभियान भी चलाती रहती है. आरोप है कि वही इस काम के लिए नई-नई लड़कियों को देह व्यापार के धंधे में उतारती थी भोपाल और बैरागढ़ से बुलाया जाता था और एक महिला मैनेजर इन्दुलता के जरिए मकान पर आती थी.


एडिशनल एसपी समीर यादव ने बताया कि लगातार सीहोर एसपी मयंक अवस्थी को शिकायतें मिल रही थीं. एसपी मयंक अवस्थी के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया जिसमें सीएसपी अर्चना अहिरवार के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली नलिन बुधौलिया एवं गठित टीम द्वारा मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर छापामार कार्रवाई की गई. जहां बस स्टैंड के पीछे एक घर में स्थानीय एवं बैरागढ़ भोपाल के 5 महिला और 5 पुरुष कुल 10 आरोपियों को हिरासत में लिया गया. उनके पास से देह व्यापार से संबंधित सामान, पुराने गद्दे वह अन्य सामान 10 मोबाइल, नगदी ₹28710 और दो कार जब्त करने में सफलता प्राप्त की है.


आरोपियों के विरुद्ध थाना कोतवाली सीहोर में अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान की कार्यवाही की जा रही है. उक्त कार्रवाई में उपनिरीक्षक प्रिया परते, उपनिरीक्षक पूजा राजपूत, आरक्षक कुलदीप, चंद्रभान, विक्रम, नेपान, शासकीय वाहन चालक विष्णु और ब्रज की सराहनीय भूमिका रही.


शिवसेना ने क्या कुछ कहा?


शिवसेना जिलाध्यक्ष पर्वत सिंह मेवाड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि शिवसेना मध्यवर्ती कार्यालय, शिवसेना भवन मुंबई महाराष्ट्र द्वारा शिवसेना मध्यप्रदेश राज्यप्रमुख के पद पर ठाडेश्वर महावर कार्यरत है. इसके उपरान्त शिवसेना पक्ष, मध्य प्रदेश के लिए राज्यसह संपर्क प्रमुख और कार्यकारी अध्यक्ष पद पर किसी की भी नियुक्ती शिवसेना मध्यवर्ती कार्यालय में नहीं की गयी है.


इसके अतिरिक्त शिव व्यापारी सेना तथा शिवसेना गौ जनकल्याण संघ नामक इकाईयां जो शिवसेना पक्ष के नाम का दुरुपयोग करके और फर्जी नियुक्तियां करके भ्रम फैला रही है, ऐसे खुद को तथाकथित पदाधिकारी कहलवाने वाले सभी फर्जी हैं. इनका शिवसेना पक्ष के साथ किसी भी प्रकार का सम्बंध नहीं है. उन्होंने कहा कि शिवसेना हमेशा सत्य और सच्चाई की राह पर चलने वालों की हितैशी रही है.


पर्वत सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से मालूम हुआ है कि कोई अनुपमा तिवारी हैं जो कि असामाजिक कृत्यों में लिप्त पाई गई हैं. मीडिया में शिवसेना की पदाधिकारी बताया जा रहा है, जो सरासर मिथ्या है और शिवसेना इसका पूरी तरह से खण्डन करती है. शिवसेना का इस तरह के आसामाजिक प्रवृत्ति के लोगों को कोई वास्ता नहीं है.


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