Madhya Pradesh Board Exam 2024: मध्य प्रदेश स्टेट बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा को लेकर कुछ नए अपडेट सामने आए हैं. सबसे बड़ा अपडेट यह है कि इन परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को 32 पेज की आंसर शीट दी जाएगी.परीक्षार्थियों को इसी में पूरा पेपर सॉल्व करना होगा. परीक्षा में सप्लीमेंट्री कॉपी देने का कोई प्रावधान नहीं है.


दरअसल, टाइम-टेबल के अनुसार कक्षा दसवीं की परीक्षाएं पांच फरवरी से 28 फरवरी तक होनी हैं. वहीं, कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 6 फरवरी से चार मार्च तक चलेंगी. मध्य प्रदेश में इस साल के कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान एस्मा एक्ट लागू किया गया है. इस एक्ट के तहत बोर्ड परीक्षा के दौरान सभी शिक्षकों को धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं होगी.


यहां बताते चलें कि मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल यानी एमपी बोर्ड की दसवीं-बारहवीं (हाई स्कूल-हायर सेकेंडरी) की परीक्षाओं को लेकर जिम्मेदार विभागों और अधिकारियों की ड्यूटी तय करने के साथ ही गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है. बोर्ड की इन दो प्रमुख परीक्षाओं का काउंटडाउन शुरू हो गया है. स्कूल शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इन परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को 32 पेज की कॉपी दी जाएगी.


छात्रों को आंसर शीट में ओएमआर शीट को काले या नीले रंग के बॉल पेन से तय जगह पर रोल नंबर और अन्य जानकारी पर गोला लगानी होगा. कॉपी में रोल नंबर छिपाने के लिए किसी भी तरह के स्टीकर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा.


मंडल ने परीक्षा केंद्रों पर लोहे की पेटी रखने के लिए भी निर्देश दिए हैं. इसके तहत अगर किसी परीक्षार्थी के पास नकल सामग्री है, जिसमें गाइड, चिट आदि शामिल है तो उसमें डाल सकेंगे. इस पेटी पर यह भी स्पष्ट रूप से लिखा जाएगा कि यह पेटी स्वेच्छा से नकल सामग्री परीक्षा कक्ष में प्रवेश लेने के पहले जमा करने के उद्देश्य से रखी गई है. इसके बावजूद अगर परीक्षा कक्ष के भीतर किसी छात्र के पास कोई नकल सामग्री मिलती है, तो उस पर मामला दर्ज होगा.वह उस पेपर की परीक्षा भी नहीं दे सकेगा.


परीक्षा केंद्र में प्रवेश-निकास यानी एंट्री और एग्जिट का एक ही गेट होगा. सुरक्षा के लिहाज से ऐसा किया जाएगा. मेन गेट पर भी परीक्षार्थियों की तलाशी ली जाएगी. इसी के साथ परीक्षा केंद्र में जो स्टाफ तैनात रहेगा उसके लिए भी आईकार्ड जारी किए जाएंगे.परीक्षा के दौरान सभी को आईकार्ड लगाना अनिवार्य होगा.


इसी तरह केंद्राध्यक्ष को यह तय करना होगा कि उनके स्कूल में परीक्षार्थियों को अन्य स्कूलों के परीक्षार्थियों के साथ मिश्रित कर ही बैठाया जाए. संबंधित स्कूल में कार्यरत कोई भी शिक्षक पर्यवेक्षक की ड्यूटी नहीं कर सकेगा. इसी के साथ उन स्कूलों के शिक्षक भी पर्यवेक्षक की ड्यूटी नहीं करेंगे, जहां के विद्यार्थी संबंधित स्कूल में परीक्षा देंगे. बैठक व्यवस्था 20-40-60 के मान से की जाएगी. छात्रों के आगे-पीछे और आजू-बाजू अलग-अलग सेट के पेपर बांटे जाएंगे.


बोर्ड द्वारा एडवाजरी जारी की गई है कि परीक्षार्थी इन बातों का ध्यान रखें और परीक्षा केंद्र पर निर्धारित समय से एक घंटा पहले उपस्थित हों. 30 मिनट पहले परीक्षा कक्ष में उपस्थित हों. केंद्राध्यक्ष को परीक्षा शुरू होने के 20 मिनट पहले तक छात्र को परीक्षा कक्ष में प्रवेश देने का अधिकार होगा.


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