जबलपुर: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) की पहल पर प्रदेश में "माँ तुझे प्रणाम" (Maa Tujhe Pranam) योजना के तहत सोमवार यानी आज प्रदेश की 196 लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमा वाघा-हुसैनीवाला (पंजाब) का भ्रमण कराया जाएगा. गौरतलब है कि प्रदेश में वर्ष 2013 से शुरू हुई इस योजना में पहली बार प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी बालिकाएं वाघा बार्डर जा रही हैं. मुख्यमंत्री चौहान भोपाल में रानी कमलापति स्टेशन से लाड़ली लक्ष्मियों को दोपहर 3:30 बजे अमृतसर-दादर एक्सप्रेस से रवाना करेंगे.
किस जिले से कितनी बेटियों का हुआ है चयन
"माँ तुझे प्रणाम" योजना के तहत वाघा बार्डर जाने वाली लाड़ली लक्ष्मियों का मध्य प्रदेश के कई जिलों से चयन हुआ है. इन जिलों में जबलपुर संभाग से 31 बेटियां, भोपाल संभाग से 20 लाडलियां, इंदौर संभाग से 31 बेटियां, ग्वालियर से 15 लाडली लक्ष्मियां, उज्जैन से 26 बेटियां, नर्मदापुरम से 11 लाड़लियां, शहडोल से 15 बेटियां, रीवा से 12 बेटियां, चम्बल से 9 लाड़लियां और सागर से 26 लाड़ली लक्ष्मियां शामिल हैं.
अब तक12 हजार से ज्यादा युवा कर चुके हैं योजना के तहत यात्रा
बता दे कि योजना में अब तक लगभग 12 हजार 672 युवाओं को लेह-लद्दाख, कारगिल-द्रास, आर.एस.पुरा, वाघा-हुसैनीवाला, तानोत माता का मंदिर, लोगेंवाल, कोच्चि, बीकानेर, बाड़मेर, नाथूराम-दर्रा, पेट्रापोल, तुरा, जयगाँव, अडंमान निकोबार एवं कन्या कुमारी की अनुभव यात्रा कराई गई है. खेल एवं युवा कल्याण विभाग की इस योजना की चयनित बालिकाओं को गृह निवास यात्रा का किराया, दैनिक भत्ता, आवास, भोजन, स्थानीय यातायात व्यवस्था, रेल आरक्षण व्यवस्था, ट्रेक सूट, टी-शर्ट और किट बेग उपलब्ध कराए जाते हैं
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