Madhya Pradesh Cheetahs: भारत से लगभग लुप्त हो चुके चीतों की प्रजाति को दोबारा से संरक्षित करने का प्रयास भारत के टाइगर (Tiger) स्टेट मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में किया जा रहा है. इसी के चलते 20 चीते (Cheetahs) अफ्रीकी देश दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया (Namibia) से मध्य प्रदेश में लाए जा रहे हैं. मध्य प्रदेश के अंदर बाघ चीता और तेंदुए (Leopard) के लिए अति विश्वसनीय परिस्थितियां पाई जाती है. इसके चलते मध्य प्रदेश सरकार ने इस कदम को आगे बढ़ाया है. इसी के चलते भारत सरकार और वन विभाग के अधिकारियों ने दक्षिण अफ्रीका और नवी भैया की सरकार के साथ मिलकर फ्री के चीते मध्य प्रदेश में लाने का प्रयास किया है.
इसके लिए वाइल्डलाइफ की टीम द्वारा पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान का निरीक्षण भी कर लिया गया है. सभी आवश्यक रिपोर्ट दे दी गई है यह सभी चीतें अफ्रीकी देशों से मध्य प्रदेश में आने वाले हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि इसका फायदा किसानों को भी मिलने वाला है. क्योंकि जो किसान नीलगाय और काले हिरण के फसल नुकसान पहुंचाने के कारण भारी समस्या से जूझते थे. इन चीतों के आ जाने से किसानों को आर्थिक लाभ पहुंचने वाला है.
मध्य प्रदेश में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले काले हिरणों को अब नेशनल पार्क में बसाया जाएगा. इसके चलते किसानों को लाभ पहुंचेगा मध्य प्रदेश के वन विभाग ने भी चीतों के आगमन की तैयारी कर ली है. मध्य प्रदेश में चीतों के आने पर वन मंत्री कुंवर विजय शाह (Kunwar Vijay Shah) ने बातचीत में बताया कि उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने चीतों को लाने की पूरी तैयारी कर ली है. वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि जल्दी खुशखबरी आपको दे दी जाएगी संभावित रूप से 1 नवंबर तक चीते मध्यप्रदेश पहुंच जाएंगे.