अब इंजीनियर बनने की चाह नहीं! एमपी के कॉलेजों में 20 हजार से ज्यादा सीटें खाली, फिर शुरू हुई भर्ती
MP Engineering Recruitment Process: मध्य प्रदेश में इंजीनियरिंग के 142 कॉलेज हैं. इनमें 58 हजार सीटें हैं. 37 हजार 886 विद्यार्थियों ने ही प्रवेश लिया जबकि 20 हजार सीटें खाली रह गईं.
MP Engineering Admission: मध्य प्रदेश में इंजीनियर बनने की चाह रखने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है. प्रदेश के इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में एडमिशन रजिस्ट्रेशन के लिए अंतिम तारीख 30 नवंबर कर दी गई है. 30 नवंबर को सुबह 11 बजे तक रजिस्ट्रेशन हो सकेंगे जबकि 26 नवंबर से 30 नवंबर तक मेरिट के आधार पर विद्यार्थियों को एडमिशन दिया जाएगा. एडमिशन के लिए विद्यार्थियों को कॉलेज में उपस्थित रहना जरुरी रहेगा. मध्य प्रदेश के 142 इंजीनियर कॉलेजों में 20 हजार से अधिक सीटें खाली हैं.
पहले दिन 500 रजिस्ट्रेशन
बता दें कि एसोसिएट ऑफ टेक्निकल प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट ने सुप्रीम कोर्ट में एडमिशन की अंतिम तारीख बढ़ाने के लिए याचिका दायर की थी. कोर्ट ने दायर याचिका के पक्ष में फैसला सुनाते हुए 30 नवंबर तक एडमिशन देने के लिए कहा था. मध्य प्रदेश के इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में प्रवेश की तारीखें बढने के बाद पहले ही दिन गुरुवार को 500 विद्यार्थियों ने एडमिशन के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. हालांकि तकनीकी शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि एडमिशन निरस्त कराने वाले विद्यार्थियों की फीस वापस नहीं की जाएगी.
इंजीनियर बनने की चाह नहीं
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में इंजीनियरिंग के 142 कॉलेज हैं. इनमें 58 हजार सीटें हैं. इन सीटों पर प्रवेश के लिए 25 अगस्त से एडमिशन की प्रक्रिया शुरु की गई थी. यह प्रक्रिया 25 अक्टूबर तक निर्धारित थी. करीब दो महीने तक चली इस प्रक्रिया के दौरान प्रदेश के इंजीनियर कॉलेजों में 37 हजार 886 विद्यार्थियों ने ही प्रवेश लिया था जबकि 20 हजार सीटें खाली रह गईं थीं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मध्य प्रदेश में विद्यार्थियों को अब इंजीनियर बनने में कोई खास रुचि नहीं दिख रही है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट में लगी याचिका के बाद पुन: प्रवेश प्रक्रिया शुरु की गई है. अब यह देखना होगा कि प्रदेश के कॉलेजों में खाली 20 हजार 114 सीटें भरती हैं या नहीं.
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