Jabalpur  News: भोपाल के हमीदिया अस्पताल के आग हादसे ने पूरे मध्य प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. अब जब प्रदेश भर के अस्पतालों में फायर संबंधी उपकरणों और अनुमतियों की जांच की जा रही है तो चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है. आपको जानकर हैरानी होगी कि, जबलपुर के 32 अस्पतालों और नर्सिंग होम ने तो फायर एनओसी के लिए आज तक आवेदन ही नही दिया है.


जांच के लिए बनाई गई टीमें


हमीदिया अस्पताल में आग हादसे के बाद जांच की आंच अब पूरे प्रदेश में पहुंच रही है. जबलपुर में नगर निगम कमिश्नर संदीप जी आर ने शहर के सभी अस्पतालों और स्कूलों में फायर एंड लाइफ सेफ्टी के मापदंडो की जांच के लिए अलग-अलग टीम गठित की है.


चौंकाने वाला खुलासा


भोपाल हादसे के बाद जब नगर निगम जबलपुर में अस्पतालों के अग्नि सुरक्षा मापदंडों की पड़ताल हुई तो खुलासा हुआ कि शहर के 32 अस्पतालों और नर्सिंग होम ने तो आज तक इसके लिए जरूरी प्रक्रिया ही नहीं पूरी की है. इन्होंने कभी भी तो फायर एनओसी के लिए आवेदन ही नहीं दिया. नगर निगम भी पहले एक बार ऐसे अस्पतालों को नोटिस देकर भूल गया है. अब अंतिम नोटिस देने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि शहर के 43 अस्पतालों के पास इस तरह की अनुमति है.


15 मीटर से ऊपर भवन में हो को फायर एनओसी


मध्य प्रदेश शासन के बनाए नियमों के मुताबिक 15 मीटर या उससे ऊपर के भवन के लिए फायर एनओसी अनिवार्य है हालांकि शहर में आजकल 100 फ़ीट से ऊंची बिल्डिंग्स बन रही है, लेकिन नगर निगम के पास सिर्फ 60 फ़ीट इंचाई तक की आग बुझाने के उपकरण मौजूद है.


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