MP News: मध्य प्रदेश में सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए जिला स्तर पर सड़क सुरक्षा समितियों की वर्ष 2021 में तय बैठकें तक नहीं हो सकी. शुरुआती 6 महीने में किसी भी जिले में बैठकें नहीं हुईं. वहीं बाकी के 6 महीने में 52 जिलों में से सिर्फ 39 जिलों में एक-एक बैठक हुई. इसके पीछे की वजह कोरोना संक्रमण को बताया जा रहा है. जिला स्तर पर सड़क सुरक्षा समितियों की 3 महीने में एक बार यानी साल में 4 बैठकें किया जाना जरूरी है. जिलावार बैठकें नहीं होने से कई काम अटके रहे. हालांकि अब दावा है कि वर्ष 2022 में हर जिले में समिति की बैठक कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है.


इन बिंदुओं पर होगा फोकस


इस साल होने वाली पहली मासिक बैठकों के लिए नवाचार किया जा रहा है. इनमें 25 बिंदुओं पर फोकस रहेगा. इन बैठकों में पेश किए जाने वाले एजेंट को लेकर पीपीटी प्रेजेंटेशन तैयार करना जरूरी होगा. इसकी एक कॉपी पीटीआरआई भेजी जाएगी. सभी जिलों से मिले पीपीटी प्रेजेंटेशन के आधार पर समग्र रिपोर्ट तैयार होगी.


पीटीआरआई ने दी जानकारी


जानकारी देते हुए जी जर्नादन पीटीआरआई एडीजी ने बताया कि सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी विभाग, यातायात पुलिस, परिवहन विभाग, आरईओ, नगर निगम, एनएएचआई, सड़क सुरक्षा समिति की पीआईयू सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल होंगे, जो बारी-बारी से पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों और उनके अनुपालन की प्रगति रिपोर्ट को बैठक के पटल पर रखेंगे. सड़कों के यातायात को सुगम बनाने के साथ हादसों की संख्या कम करने के किए गए उपायों की सफलता पर बारी-बारी से चर्चा की जाएगी. इस दौरान यदि किसी विभाग की लापरवाही सामने आती है तो उससे संबंधित अधिकारी को शो-काज नोटिस भी किया जााएगा.


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