MP Police on Alert: राजधानी भोपाल (Bhopal) और छिंदवाड़ा (Chhindwara) से आतंकी संगठन के संदिग्ध सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद से ही मध्य प्रदेश पुलिस (MP Police) अलर्ट हो गई है. मध्य प्रदेश में बढ़ते क्राइम को रोकने के लिए डीजीपी ने आईजी और एसपी को आदेश दिए है. डीजीपी सुधीर सक्सेना के आदेश के मुताबिक अब हर महीने एसपी जिले के अधिकारियों के साथ क्राइम रेट पर समीक्षा करेंगे.


डीजीपी सुधीर सक्सेना ने मध्य प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे  अपने-अपने जिलों में किरायदारों का वेरिफिकेशन कराएं. अब ऐसे मकान मालिकों की खैर नहीं होगी जो अपने यहां रहने वाले किरायदारों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराते हैं. इसके अलावा डीजीपी सुधीर सक्सेना ने पासपोर्ट के मामलों की पड़ताल करने के लिए भी निर्देश दिया है. बता दें यह फैसला हिज्ब उत-तहरीर से जुड़े हुए संदिग्ध आतंकवादियों के पासपोर्ट बनने के बाद लिया गया है. 


संदिग्धों की धरपकड़ से पुलिस अलर्ट
एटीएस की टीम ने राजधानी भोपाल और छिंदवाड़ा में छापा मारकर 11 संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा था. पकड़े गए संदिग्ध आतंकी हिज्ब उत-तहरीर संगठन से जुड़े थे. एटीएस ने इसके पास से संदिग्ध दस्तावेज और देश विरोधी साम्रगी जब्त की थी. इसके अलावा हैदराबाद से भी पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद सभी संदिग्ध आतंकियों को एटीएस ने भोपाल कोर्ट में पेश किया था. एटीएस ने इन सभी की रिमांड मांगी. जिसे कोर्ट ने मंजूर करते हुए 19 मई तक सभी आरोपियों को एटीएस को पूछताछ के लिए सौंपा है.


इस्लाम अपनाने के बाद की हिंदू लड़कियों से शादी
एटीएस की पूछताछ में आतंकियों ने जो खुलासे किए हैं वह बड़े ही चौंकाने वाले हैं. हिज्ब उत-तहरीर के गिरफ्तार 16 में से 8 सदस्य हिंदू से मुस्लिम बने थे. राजधानी भोपाल से 10 में से 5 युवकों ने इस्लाम कबूला था. भोपाल से गिरफ्तार एचयूटी के सदस्यों में से तीन मुस्लिम युवकों ने हिंदू लड़कियों से शादी कर उन्हें मुस्लिम धर्म अपनाने पर मजबूर किया था. 


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