उज्जैन:  हिजाब के बाद अब मस्जिदों में लाउडस्पीकर (Loudspeaker) को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस मामले में रतलाम जिले (Ratlam District) के रावटी का एक वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने विवाद को सुलझा लिया है, जबकि हिंदूवादी संगठन अभी भी प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं. 

 

दरअसल रतलाम जिले के रावटी में एक मस्जिद पर लाउडस्पीकर से तेज आवाज में अजान होने के मामले में हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.  उन्होंने कहा कि तेज आवाज में यहां लाउडस्पीकर बजाए जा रहे थे. हिंदू जागरण मंच के बैनर तले इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया गया था.बताया जा रहा है कि मस्जिद के सामने एक मंदिर पर भी स्पीकर लगा दिए गए. पूरे मामले की जानकारी जब वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची तो उन्होंने विवाद को सुलझाने का दावा किया है.

 

वायरल वीडियो पुराना- रतलाम एसपी

वहीं रतलाम एसपी अभिषेक तिवारी के मुताबिक वीडियो काफी पुराना है. 1 फरवरी को यह वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद अधिकारियों की टीम को मौके पर भेजकर विवाद को सुलझा दिया गया था. दोनों ही पक्षों के लोगों ने सहमति पूर्वक विवाद सुलझा लिया है. उन्होंने बताया कि यह वीडियो एक बार फिर सोशल मीडिया पर कुछ लोग वायरल कर रहे हैं. ऐसे लोगों को पुलिस अधिकारियों ने हिदायत दी है. रतलाम एसपी अभिषेक तिवारी के मुताबिक यदि कोई जानबूझकर वीडियो वायरल कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पूरे मध्यप्रदेश में विगत माह मस्जिदों पर लाउडस्पीकर तेज आवाज में बजाने को लेकर ज्ञापन दिए गए थे. कुछ स्थानों पर लाउडस्पीकर की आवाज कम कर दी गई है लेकिन अभी भी कई स्थानों पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाए जा रहे हैं. इसे लेकर जिला प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार है.

 

हिंदू जागरण मंच ने दिया था ज्ञापन

 

रतलाम के हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष राकेश कटारिया ने बताया कि पिछले माह विशेष के वर्ग विशेष के धार्मिक स्थल पर तेज आवाज में नियम विरुद्ध लाउडस्पीकर बजाने को लेकर पूरे प्रांत में ज्ञापन दिए गए थे. उन्होंने कहा कि रावटी का विवाद तो पहले ही खत्म हो गया है. दूसरी तरफ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रावटी सहित पूरे रतलाम जिले में कई बार सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम की जा चुकी है. कतिपय लोग पूरे मामले को तूल दे रहे है. 


 

इस वजह से उछला लाउडस्पीकर विवाद

 

गौरतलब है कि वर्तमान में हिजाब को लेकर पूरे मध्यप्रदेश में अलग-अलग मामले सामने आ रहे हैं. हिजाब विवाद पर मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री अपने बयान से पलट गए. इसके बाद दतिया के महाविद्यालय में हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया गया. हिजाब को लेकर हिंदूवादी संगठनों और वर्ग विशेष के लोगों के बीच बयानों को लेकर मतभेद चल रहा है. दूसरी तरफ मामला न्यायालय में विचाराधीन है. ऐसे नाजुक मोड़ पर अब लाउडस्पीकर का विवाद एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है.