Annakoot Mahotsav 2023: इंदौर में रणजीत बाबा के दरबार में मनाया गया अन्नकूट महोत्सव, 130 साल से निभाई जा रही है यह परंपरा
Indore News: रणजीत बाबा के दरबार में साल में दो बार इस प्रकार का आयोजन किया जाता है. एक हनुमान जयंती के बाद होता है जिसे भंडारा कहा जाता है और आंवला नवमी पर जो आयोजन होता है उसे अन्नकूट जाता है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में बाबा रणजीत हनुमान मंदिर पर 130 साल पुरानी परंपरा का पालन करते हुए मंगलवार को 50 हजार श्रद्धालुओं के लिए विशालतम अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया. इस आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए मंदिर के पुजारी संजय व्यास ने कहा कि इस मौके पर बाबा रणजीत का भव्य दर्पण श्रृंगार भी किया गया. साथ ही पुजारी दीपेंद्र व्यास ने बताया कि 50 हजार श्रद्धालुओं के लिए माता अन्नपूर्णा का भंडार तैयार किया गया, जिसमें 450 लोगों की टीम लगाई थी.
बता दें कि पिछले दो दिनों से महाप्रसादी बनाने का काम चल रहा था. इधर बुजुर्गों को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा विशेष पास तैयार किए गए थे. वहीं बड़ी संख्या में पुलिस बल और 500 से ज्यादा सेवार्थी भी मंदिर की व्यवस्था देखने में जुटे थे. दरअसल, आंवला नवमी को लेकर मान्यता है कि आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है. इसलिए आंवले के पेड़ के नीचे दान करने से वह अक्षुण हो जाता है. इसका लाभ हमें युगों-युगों तक मिलता है.
#indore #रणजीत_बाबा के दरबार में अन्नकूट महोत्सव, 45 क्विंटल आटे से 50 हजार भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद. 60 क्विंटल सब्जी, 45 क्विंटल आटा, 55 डब्बे शुद्ध घी, 120 तेल के डब्बे, 16 क्ंिवटल बेसन और 8 क्विंटल शक्कर। 50 हजार भक्तों के लिए तैयार किए गए प्रसाद में ये सामग्री खप गई। pic.twitter.com/gnaqzbI44S
— Umesh_Bhardwaj_ABP NEWS (@umeshindore) November 22, 2023
101 मंदिरों में भेजी जाती है प्रसादी
ऐसे में रणजीत बाबा के दरबार में साल में दो बार इस प्रकार का आयोजन किया जाता है. एक हनुमान जयंती के बाद होता है जिसे भंडारा कहा जाता है और आंवला नवमी पर जो आयोजन होता है उसे अन्नकूट कहा जाता है. बता दें कि इस बार बाबा का श्रृंगार दर्पण के रूप में किया गया था, जिसमें बाबा रणजीत श्रीराम के दर्शन करवाते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं बाबा रणजीत के दरबार से करीब 101 मंदिरों तक ये महाप्रसादी भेजी जाती है. यह प्रसादी 60 क्विंटल सब्जी, 45 क्विंटल आटा, 55 टीन के डिब्बे शुद्ध घी, 120 तेल के डिब्बे, 16 क्विंटल बेसन और 8 क्विंटल शक्कर से तैयारी की गई थी.