MP BJP Candidate List 2023: भारतीय जनता पार्टी में मध्य प्रदेश की बालाघाट सीट से अंतिम समय में अपने प्रत्याशी को बदल दिया. शिवराज सरकार में मंत्री गौरी शंकर बिसेन को पार्टी ने यहां से प्रत्याशी बनाते हुए एबी (AB) फार्म जारी किया है, जबकि पूर्व में उनकी बेटी मौसम बिसेन को टिकट दी गई थी. बीजेपी की परिपाटी के खिलाफ में हुए इस परिवर्तन को लेकर बालाघाट से लेकर राजधानी भोपाल तक कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. अब कहा जा रहा है कि टिकट मिला बेटी को और चुनाव लड़ेंगे पिताजी.
यहां बताते चले कि बालाघाट विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 111 से बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी अब मंत्री गौरीशंकर बिसेन ही होंगे. उनके नाम से पार्टी ने एबी फार्म भी जारी कर दिया है. आज सोमवार (30 अक्टूबर) को नामांकन के अंतिम दिन निर्वाचन कार्यालय में बीजेपी प्रत्याशी गौरीशंकर बिसेन ने अपना एबी फॉर्म जमा कराया गया. इस दौरान बेटी मौसम बिसेन भी उनके साथ थी, जिसे पूर्व में पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया था.
सर्वे के बाद पार्टी ने बदला प्रत्याशी
कहते हैं कि बालाघाट सीट पर टिकट की अदला-बदली बीजेपी ने बेहद गोपनीय तरीके से की. शिवराज सरकार में मंत्री और वर्तमान में बालाघाट से विधायक गौरीशंकर बिसेन ने ही दबाव डालकर अपनी बेटी मौसम विषय को टिकट दिलवाया था. कहा जा रहा है कि मौसम बिसेन भी चुनावी राजनीति में उतरने के लिए काफी समय से अपने पिता पर दबाव बना रही थी. हालांकि, इस बार भी भारतीय जनता पार्टी जाति समीकरण और राजनीतिक कौशल के चलते गौरीशंकर बिसेन को ही टिकट देना चाहती थी. मौसम बिसेन को टिकट देने के बाद जब पार्टी ने जमीनी हकीकत का सर्वे किया तो उसके होश उड़ गए.
लास्ट डेट में गौरीशंकर बिसेन ने भरा नामांकन
गौरीशंकर बिसेन ने भी अपने लोगों से राय शुमारी की तो परिणाम उनकी बेटी के खिलाफ जाते दिखे. परिवार में सहमति बनाने के बाद गौरी शंकर बिसेन ने बेटी की जगह पहले खुद पर्चा दाखिल किया और बाद में पार्टी को भरोसे में लेते हुए एबी फार्म जारी करवा लिया. चार दिन पहले अपना नामांकन दाखिल करते समय गौरीशंकर बिसेन ने दलील दी की बेटी मौसम की तबीयत ठीक ना होने के कारण अभी वह नामांकन नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि यदि वह स्वस्थ हो गई तो अपना नामांकन दाखिल करेगी और वे (बिसेन) अपना पर्चा वापस ले लेंगे. लेकिन, आखिरी समय तक मौसम बिसेन ने अपना नामांकन नहीं भरा और अब एबी फॉर्म जमा करने के बाद बालाघाट सीट पर गौरीशंकर बिसेन एक बार फिर बीजेपी के प्रत्याशी बन गए हैं.
बालाघाट से जाति का होगा अहम रोल
बता दें कि बालाघाट विधानसभा सीट से गौरीशंकर बिसेन 7 बार से विधायक हैं. वे दो बार बालाघाट संसदीय सीट से सांसद भी चुने जा चुके हैं. साल 20018 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहीं निर्दलीय प्रत्याशी अनुभा मुंजारे को इस बार कांग्रेस ने टिकट दिया है. इस बार दोबारा बालाघाट सीट से गौरीशंकर बिसेन का मुकाबला अनुभा मुंजारे से होगा, जिन्होंने कुछ दिन पहले ही कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी. बालाघाट सीट पर पूरा खेल जाति समीकरण का है. यहां ओबीसी वर्ग के पवार और लोधी जाति के वोटर सबसे ज्यादा है. गौरीशंकर बिसेन पवार जाति और अनुभव मुंजारे लोधी जाति से आती हैं. कहा जाता है कि जो उम्मीदवार जाति समीकरण साध लेगा, बालाघाट सीट पर उसकी ही जीत होगी.