Madhya Pradesh Election 2023: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Congress Leader Acharya Pramod Krishnam) के बयान से कांग्रेस के भीतर सियासी घमासान मचा हुआ है. जहां रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने प्रमोद कृष्णम पर निशाना साधते हुए कहा कि, ऐसे महत्वहीन लोगों को छोड़ देना चाहिए. वहीं अब आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सुरजेवाला की प्रतिक्रिया को लेकर उनपर जोरदार हमला बोला है.


आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म X पर लिखा कि, 'कांग्रेस के “भाग्य” की विडंबना यही है कि एक ऐसे “लफ़ंडर” को पार्टी का महासचिव बना रखा है जिसने राज्य सभा के चुनाव में “विधायक” रहते हुए भाजपा के उम्मीदवार और Zee न्यूज़ के मालिक सुभाष चंद्रा को जितवाने का “पाप” सिर्फ़ एक “अश्लील” CD के “प्रसारण” को रुकवाने के लिये किया.'






क्या है पूरा मामला?


दरअसल, कांग्रेस की तरफ से दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि, कांग्रेस पार्टी में कुछ बड़े नेता ऐसे हैं जिन्हें हिंदू शब्द से ही नफरत है. उन्होंने आगे कहा कि कुछ कांग्रेसी ऐसे नेता हैं, जिन्हें राम मंदिर से ही नहीं बल्कि भगवान राम से भी नफरत है. इसके साथ ही आचार्य ने कहा, सारी दुनिया जानती है कि राम मंदिर के निर्माण को रोकने के लिए हुए प्रयास हुए, जिससे सनातन धर्म में विश्वास रखने वाले करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है. 


अब ये जो सवाल है कि कौन भगवान राम से नफरत करता है या कौन उनसे प्रेम करता है या राम के प्रति श्रद्धा रखता है, तो मुझे नहीं लगता कि इस रहस्य पर कोई पर्दा पड़ा हुआ है. बता दें कि, आचार्य प्रमोद कृष्णम के इस बयान के बाद बीजेपी के कई नेताओं ने उनपर पलटवार किया. साथ ही कांग्रेस के भीतर भी सियासी उखस-पुथल मच गई. 




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