MP Election Nomination 2023: नामांकन जमा करने के आखिरी दिन सोमवार (30 अक्टूबर) को उम्मीदवारों ने नामांकन जमा करने के साथ ही अपनी पूरी ताकत झोंकते हुए शक्ति प्रदर्शन करते हुए रैलियां निकाली. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर की चारों विधानसभा पर प्रत्याशियों ने अपना नामांकन फार्म जमा किया. बुधनी विधानसभा सीट पर स्वयं सीएम शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मस्ताल, सपा से मिर्ची बाबा ने नामांकन फार्म जमा किया. जबकि जिले की आष्टा, सीहोर और इछावर विधानसभा सीट पर भी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन फार्म जमा किया है.
सीहोर विधानसभा के लिए बीजेपी ने सुदेश राय को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने चार बार के पूर्व विधायक रमेश सक्सेना और जिला सहकारी बैंक की पूर्व अध्यक्ष उषा सक्सेना के बेटे को अपना उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी प्रत्याशी सुदेश राय द्वारा दो दिन पहले शक्ति प्रदर्शन दिखाते हुए रैली और जनसभा का आयोजन किया था. जनसभा में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा शामिल हुए थे. इसी तरह सोमवार (30 अक्टूबर) को कांग्रेस प्रत्याशी शशांक सक्सेना ने शक्ति प्रदर्शन किया. शशांक सक्सेना के समर्थन में सीहोर विधानसभा के अंतिम छोर से रैली निकाली गई. यह रैली गांवों से होते हुए शहर पहुंची. हजारों की संख्या में समर्थकों की वजह से कई घंटे तक सीहोर की सड़कों पर जाम के हालात बने रहे.
इछावर में जमा हुए नामांकन
इधर इछावर विधानसभा सीट पर भी सोमवार (30 अक्टूबर) को कांग्रेस-बीजेपी और निर्दलीय प्रत्याशियों द्वारा नामांकन फार्म जमा किए गए. बीजेपी ने 9वीं बार करण सिंह वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने तीसरी बार शैलेन्द्र पटेल को प्रत्याशी बनाया है. करण सिंह वर्मा और शैलेन्द्र पटेल द्वारा भी शक्ति प्रदर्शन करते हुए रैली के रूप में नामांकन फार्म जमा करने पहुंचे. इधर जिले की आष्टा विधानसभा सीट पर भी आज नामांकन फार्म जमा किए गए. इस दौरान रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी शशांक सक्सेना ने कहा कि युवा साथी ध्यान रखें, उनके पास जितना पैसा नहीं जितना हमारे पास पसीना है बहाने के लिए. युवा जोश में होश न खोएं और किसी से डरना नहीं है और डराना भी नहीं है.
'किसी भी बीजेपी नेता ने नहीं लिया स्वतंत्रता संग्राम में भाग'
कांग्रेस प्रत्याशी शशांक सक्सेना ने कहा कि वरिष्ठजनों के मार्गदर्शन में आगे बढ़ना है. पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने कहा कि बीजेपी के मंत्री सीहोर आए थे और उन्होंने कहा कि सिर्फ बीजेपी में ही भारत माता की जय के नारे लगते हैं, मैं बता देना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी वह पार्टी हैं जिसमें भारत माता की जय और वंदे मातरम कह कर लाखों लोगों ने बलिदान दिया है. भारतीय जनता पार्टी के एक भी व्यक्ति ने आजादी के आंदोलन में भाग नहीं लिया. उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार ने अपने 15 महीने के कार्यकाल में अपने सभी वचन निभाएं हैं. कांग्रेस पार्टी गरीब, किसान, मजदूर, आमजन, व्यापारियों की पार्टी है. आज बीजेपी सरकार से व्यापारी भी त्रस्त है.
'राम-रहीम की सेना बजाएगी जीत का डंडा'
पूर्व कांग्रेस विधायक रमेश सक्सेना ने कहा, ''दोस्तों आज मुझे यह लग रहा है कि जब 1993 में मैंने चुनाव लड़ा था, निर्दलीय रूप से सीहोर की जनता ने मुझे आर्शीवाद दिया था. आज वहीं मंजर मेरे सामने और राम-रहीम की सेना मेरे सामने लड़ रही है.'' उन्होंने कहा कि आज फिर राम-रहीम की सेना एक साथ है, जो जीत का डंडा बजा देंगे. रमेश सक्सेना ने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी के 60 फीसदी लोग हमें वोट देने जा रहे हैं. इसलिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हाथ जोड़कर हमें काम करना है. उन्हें अपना विरोधी न समझना क्योंकि जिस प्रत्याशी को बीजेपी ने टिकट दिया है, वह अकेला और उसका परिवार मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. न भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता उसके साथ है न जनता उसके साथ है.''
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