Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए उम्मीदवार हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. कुछ ऐसा ही प्रयास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर व पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा की इछावर विधानसभा में देखने को मिल रहा है, जहां कांग्रेस प्रत्याशियों की ओर से बीजेपी प्रत्याशी के लिए गीत बज रहा है, जो इछावर विधानसभा में खासी चर्चा का केन्द्र बना हुआ है.


2013 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी शैलेन्द्र पटेल एक ऐसे ही गीत हूं कई करुं की दम पर 6 बार के विधायक करण सिंह वर्मा को पराजित कर दिया था, अब एक बार फिर से कांग्रेस प्रत्याशी शैलेन्द्र पटेल गीत के सहारे अपनी नैया पार लगाने के प्रयास में है.


करण सिंह वर्मा हैं बीजेपी के प्रत्याशी


इछावर विधानसभा में बीजेपी ने 9वीं बार करण सिंह वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने तीसरी बार शैलेन्द्र पटेल को उम्मीदवार बनाया है. करण सिंह वर्मा इछावर विधानसभा में सातवीं बार के विधायक हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में हूं कई करुं गीत की दम पर युवा शैलेन्द्र पटेल ने उन्हें पराजित कर दिया था, हालांकि 2018 के चुनाव में एक बार शैलेन्द्र पटेल को करण सिंह वर्मा के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. एक बार फिर से दोनों ही प्रत्याशी फिर आमने-सामने हैं. दोनों ही जीत के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी की और से इस बार भी एक गीत बज रहा है.


ये है गीत के बोल...


धाप जा-धाप जा... अब तो धापी जा बा, गंज दिन हुई गिया, अब तो धापी जा बा. ओ.. कुर्सी पर तम यू पसर के कित्ता दिन से जमिया हो. ओ, कई भी तो काम नी कराओ, जद से कुर्सी पर चढ़िया हो. अब तो धाप जा.. धाप जा बा. ओ.. तम जदे भी मुंह खोलियो, हूं कई करियो ही बोलियो. अब मारे सुध पड़ी गी है, यो सब तमारो करियो धरियो है. अब तो धाप जा, धापी जा बा. ओ, पिछली कवार तमने बोलियो, यो मारो आखिरी चुनाव है, फिर से माथा पर आई गया तम. आदत तमारी गपलाने की है. धाप जा. अब तो धापी जा बा. 


2013 में यह गीत बना था जीत का कारण


2013 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी शैलेन्द्र पटेल की ओर से एक गीत बजाया जा रहा था. गीत के बोल थे हूं कई करुं. हूं कई करुं, अरे भाया हूं कई करुं, अरे नेताजी आप नहीं करेंगे तो कौन करेगा, हूं कई करुं, नेताजी कहते रहते हैं हूं कई करुं. युवा को रोजगार नहीं है, हूं कई करुं. क्षेत्र में व्यापार नहीं हैं, हूं कई करुं. क्षेत्र में कोई उद्योग नहीं है, हूं कई करुं. क्षेत्र में कोई विकास नहीं है, हूं कई करुं. विकास की कोई आस नहीं है, हूं कई करुं. सिंचाई के साधन नहीं है, हूं कई करुं. गरीब-किसान परेशान हैं, हूं कई करुं. हर दम नेताजी कहते है हूं कई करुं. जब भी मिलो तो यही कहते हैं हूं कई करुं. कुछ कहो तो यही कहते हैं हूं कई करुं. 


744 वोटों से मिली थी हार


2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के युवा प्रत्याशी शैलेन्द्र पटेल ने 6 बार के विधायक करण सिंह वर्मा की जीत का क्रम रोक दिया था. इस चुनाव में करण सिंह वर्मा 744 वोटों से हार गए थे. इस चुनाव में शैलेन्द्र पटेल की जीत के पीछे हूं कई करुं गीत का अहम रोल माना जा रहा था. अब एक बार फिर से शैलेन्द्र पटेल गीत के सहारे जीत हासिल करने के प्रयास में है.


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