Madhya Pradesh Assembly Election 2023: भिंड (Bhind) जिले की अटेर विधानसभा क्षेत्र के किशूपुरा में आज यानी मंगलवार को फिर से मतदान हो रहा है. मतदान क्रमांक 71 माध्यमिक शासकीय भवन में पुर्नमतदान हो रहा है. सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक यहां वोटिंग होगी. इस बूथ पर 1223 मतदाता है. यहां बीजेपी (BJP) प्रत्याशी के रूप में अरविंद सिंह भदौरया तो कांग्रेस (Congress) से हेमंत कटारे मैदान में हैं.
17 नवंबर को प्रदेश भर में मतदान के साथ ही किशूपुरा बूथ पर भी वोटिंग हुई थी, लेकिन यहां वोटिंग के दौरान कुछ लोग बूथ में घुस आए थे. उन्होंने मतदाताओं को डरा धमकाकर मत पर्चियां एकत्रित कर मतदान प्रभावित किया था. ये शिकायत पीठासीन अधिकारी द्वारा की गई थी. बाद में इस मामले में चार कर्मचारियों को सस्पेंड भी कर दिया गया.
भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि मतदान की गोपनीयता का उल्लंघन होने के बाद चुनाव आयोग ने यहां दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया है. आज दोबारा मतदान हो रहा है. वोटिंग सुबह सात बजे शुरू हुई और शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है. भिंड कलेक्टर ने कहा कि यहां सुरक्षा के पुख्ता उपाय किए गए हैं. यहां सुरक्षा बलों की पर्याप्त तैनाती की गई है. मुझे मिली जानकारी के अनुसार, चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मतदान दल के चार सदस्यों में से एक स्थायी कर्मचारी था, उसे छोड़कर बाकी तीन को निलंबित कर दिया गया है. स्थायी कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू हो गई है.
17 नवंबर को 89 फीसदी हुई थी वोटिंग
कलेक्टर ने कहा कि सेक्टर अधिकारी के निलंबन की अनुशंसा आयुक्त, ग्वालियर संभाग को भेज दी गई है. उन्होंने कहा कि मतदन केंद्र पर सभी वोटर निर्भीक होकर वोट कर रहे हैं. बता दें पीठासीन अधिकारी सतीश कुमार की शिकायत पर सतेन्द्र भदौरिया और संतोष भदौरिया सहित अन्य अज्ञात पर थाने में मामला भी दर्ज किया गया था. अटेर विधानसभा के किशूपुरा बूथ पर 17 नवंबर को 89 फीसदी मतदान हुआ था. मतदान के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. इस वीडियो में एक व्यक्ति EVM के पास खड़ा हुआ नजर आया था. इसकी जांच के बाद ही निर्वाचन आयोग ने पुर्नमतदान का फैसला लिया था.
इस मामले में बीजेपी ने अफसर और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त से अटेर विधानसभा क्षेत्र के 16 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराने की मांग की थी. बीजेपी के प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन भी दिया था. बीजेपी द्वारा शनिवार को निर्वाचन आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में 16 बूथ केंद्रों की शिकायत की थी. इनमें अधिकारियों और उनके दल द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिलीभगत कर चुनाव प्रक्रिया प्रभावित करने का आरोप लगाया था.