Madhya Pradesh Cabinet Expansion: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को अचानक राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात करने पहुंचे. इस मुलाकात को मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है. मुलाकात के बाद ही सोशल मीडिया पर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर विधायकों के नाम भी वायरल होने लग गए. 


दरअसल, शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में अभी भी तीन मंत्रियों की जगह खाली है. पूर्व मंत्री रामपाल सिंह को दीनदयाल अंत्योदय योजना समिति का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने के बाद यह भी कयास लगाए जाने लगे कि विधानसभा चुनाव के पहले सियासी समीकरण बिठाने के लिए शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल का विस्तारीकरण हो सकता है. इन चर्चाओं के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात की. इसके बाद चर्चाएं और तेज हो गईं. ऐसा माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से कुछ विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि अभी बीजेपी या शिवराज सरकार की ओर से कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है.


सोशल मीडिया पर इन विधायकों के नाम वायरल
वहीं सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल की मुलाकात के बाद गौरी शंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ला और जालम सिंह के नाम वायरल होने लगे. इसके अलावा राहुल लोधी का नाम भी मंत्रिमंडल विस्तार की सूची शामिल किए जाने को लेकर चर्चा तेज है. हालांकि अभी भारतीय जनता पार्टी की ओर से औपचारिक घोषणा नहीं की जा रही है. सरकार के मंत्री ने नाम में छापने की शर्त पर बताया कि फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई रणनीति उनके संज्ञान में नहीं है. 


सिंधिया समर्थकों को नहीं मिलेगा मौका?
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जो नाम वायरल हो रहे हैं, वे पूर्व में मंत्री रह चुके हैं. इस सूची में फिलहाल सिंधिया समर्थक किसी विधायक का नाम सामने नहीं आ रहा है. पूर्व में हाट पिपलिया के विधायक मनोज चौधरी को भी मंत्रिमंडल में शामिल की जाने की जमकर चर्चा चली थी. बाद में मंत्रिमंडल विस्तार टलने की वजह से कई वरिष्ठ विधायकों में मायूसी भी देखने को मिली. विधानसभा चुनाव के पहले एक तीर से कई निशाने साधने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार के अटकल तेज हो गई है.


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