Madhya Pradesh Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विधानसभा चुनाव 2023 के लिए घोषणा पत्र बनाने वाली समिति की घोषणा कर दी है. इस समिति में शिवराज सरकार के मंत्री सहित पार्टी के कई पदाधिकारियों के साथ-साथ एक सेवानिवृत्त आईएएस अफसर को भी रखा गया है, ताकि योजनाओं की हकीकत के बारे में अफसर नेताओं को पूरी जानकारी प्रदान कर सकें. 


कौन कौन हैं बीजेपी की घोषणा पत्र समिति में
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने मिशन 2023 के लिए घोषणा पत्र बनाने वाली समिति की घोषणा कर दी है. उन्होंने इस समिति में पूर्व मंत्री जयंत मलैया को प्रमुख रूप से रखा है. जयंत मलैया पूर्व में वित्त मंत्री भी रह चुके हैं. इसके अलावा सह प्रमुख प्रभात झा, सदस्य मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, मंत्री राजवर्धन सिंह, अजय विश्नोई, कविंद्र कियावत, लाल सिंह आर्य, लता वानखेड़े, ओम प्रकाश धुर्वे, सुमेर सिंह सोलंकी, दीपक विजयवर्गीय, डीके उईके, अजय प्रताप सिंह, अतुल सेठ, मनोज पाल, इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, डॉ विनोद मिश्रा को बनाया गया है. इस सूची में शामिल कविंद्र कियावत सेवानिवृत्त आईएएस अफसर हैं. वे धार, उज्जैन, भोपाल सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में कलेक्टर, कमिश्नर के पद पर कार्य कर चुके हैं. 


समिति में क्यों रखा गया है आईएएस अधिकारी 


राजनीतिक दल जब घोषणापत्र बनाते हैं तो इसमें सेवानिवृत्त अधिकारी को भी शामिल कर लिया जाता है. इसमें राजनीतिक दल इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि सेवानिवृत्त अधिकारी उनकी विचारधारा का है या नहीं. इसके बाद अफसर की देखरेख में योजनाओं को बनाया जाता है. घोषणापत्र में रखी जाने वाली योजनाओं को लेकर यह भी तय किया जाता है कि वह लागू की जा सकती है या नहीं. 


मध्य प्रदेश के सभी इलाकों को मिला प्रतिनिधित्व 


किसी भी चुनाव के लिए उसका घोषणा पत्र सफलता की कुंजी माना जाता है. भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव 2023 में किसी प्रकार की भी चूक करना नहीं चाहती है, इसीलिए घोषणा पत्र समिति में बीजेपी के वरिष्ठ और दिग्गज नेताओं के साथ-साथ एमपी के सभी इलाकों के नेताओं को शामिल किया गया है ताकि उनकी ओर से इलाके के लोगों की मांग पार्टी तक पहुंच सके. इसके बाद विस्तृत और पूर्ण घोषणा पत्र बनाया जा सके.


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