Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सियासी जमावट में जुट गए हैं. दोनों ही दलों की जनता को लुभाने की कोशिशें जारी हैं. साथ ही दोनों पार्टी एक-दूसरे के वादों पर सवाल भी उठा रहे हैं. दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों में वार-पलटवार का दौर जारी है. एक तरफ जहां बीजेपी कांग्रेस के 15 महीने का हिसाब मांग रही है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से बीजेपी से सवाल पूछे जा रहे हैं, क्योंकि बीजेपी इन दिनों सत्ता में है.
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमल नाथ और कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि मैं यह जरूर कहना चाहता हूं कि कांग्रेस ने फिर से झूठे वादे करना शुरू कर दिया है. उनके घोषणापत्र में जो उन्होंने वादे किए थे, एक भी पूरा नहीं किया. अब मैं लगातार कमल नाथ से सवाल पूछूंगा. उन्होंने आगे कहा कि आज मैं एक वादा आपको बताता हूं, इन्होंने कई फसलों के नाम लिखकर कहा था कि हम गेहूं, चना, सरसों हों या चावल, सभी पर बोनस देंगे. सवा साल में कमल नाथ ने एक आदमी को भी बोनस क्यों नहीं दिया.
सीएम का काम सवाल पूछना नहीं- कमलनाथ
वहीं मुख्यमंत्री के सवाल पर कमल नाथ ने कहा कि, सुना है, शिवराज मुझसे सवाल कर रहे हैं कि हमने किन वादों पर अमल किया और किन पर नहीं कर पाया. ऐसे सवाल कोई अस्थिर मति का व्यक्ति ही कर सकता है. मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं, जनहित की योजनाओं पर अमल करना है. अगर हमारी घोषणा जनहित की है तो आप इसे लागू करें. वैसे आप कुछ महीने के लिए सवाल बचाकर रखिए. प्रदेश की जनता आपको कुर्सी से हटाकर सवाल पूछने का खूब समय देने वाली है. मुझे लगता है आप उसी की नेट प्रैक्टिस कर रहे हैं. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के जवाब पर फिर शिवराज ने कहा कि, हमने कमल नाथ से सवाल पूछा तो वह बौखला गए. अब वह कह रहे मुख्यमंत्री कोई सवाल पूछता है क्या? तुम जनता को भ्रमित करते रहो.
2018 के वादों को नहीं किया पूरा- सीएम
झूठ बोलते रहो और हम तुमसे पूछे भी नहीं. उन्होंने आगे कहा कि तुम ये बताओ वादे पूरे क्यों नहीं किए? कल मैंने पूछा था कांग्रेस ने 2018 में किसानों को वादा किया था. गेहूं, चना, सरसों से लेकर सभी फसलों पर बोनस देंगे, लेकिन ढ़ेला नहीं दिया और फिर भ्रम फैलाने निकले हैं, जवाब देना पड़ेगा. पहले दिए वादे क्यों पूरा नहीं किया, बोनस क्यों नहीं दिया, इसका जवाब दो. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज दूसरा सवाल फिर पूछेंगे. कमल नाथ आपने 2018 के घोषणापत्र में कहा था कि दूध उत्पादक कृषकों को दुग्ध संघ के माध्यम से प्रति लीटर पांच रुपये बोनस देंगे. सवा साल में आपने कुछ दिया क्या? जवाब देना पड़ेगा, जनता जवाब चाहती है.
सीएम पद की गरिमा को पहचानिए- कमलनाथ
वहीं कमल नाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में कोई भी विकास कार्य न करने की शपथ ले चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मैं यह पूछना चाहता हूं कि आपने बीजेपी के नारी शक्ति संकल्पपत्र में कुछ वादे किए थे. इसमें कृषि उपज और दूध के प्राथमिक प्रसंस्करण के लिए महिला स्वयं सहायता समूह और एफपीओ को 20 लाख रुपये तक का दीर्घकालिक ब्याज मुक्त ऋण देने का वादा किया था. क्या आप जनता के सामने तथ्य रखकर बताएंगे कि इस घोषणा पर क्या प्रगति हुई? या फिर दूध पर किए इस वादे का भी आपने दही कर दिया? कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज को सलाह दी कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा को पहचानिए. गाल बजाना बंद कीजिए और हाथ चलाना शुरू कीजिए. जो कुछ महीने आपकी खरीद-फरोख्त की सत्ता के बचे हैं, उसमें एकाध काम तो जनकल्याण का कर दीजिए.