Madhya Pradesh Elections 2023: मध्य प्रदेश में चंद महीनों बाद विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) होने हैं. साल 2018 की भांति इस चुनाव में भी सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) कोई भी ऐसी गलती नहीं करना चाहती है, जिसका खमियाजा 2023 के रण में उसे भुगतना पड़े. नतीजतन बीजेपी आए दिन बैठकों के माध्यम से बीजेपी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने की सीख दे रही है, लेकिन लगता है कि संगठन और बीजेपी आलाकमान की सीख का असर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर नहीं पड़ रहा है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के गृह जिले सीहोर में देखने को मिल रहा है. सीएम के जिले में बीजेपी नेताओं की गुटबाजी अब खुलकर सड़क पर आने लगी है. यहां नौबत हाथापाई तक भी आ चुकी है. 


सीएम शिवराज का गृह जिला


आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में चार विधानसभा क्षेत्र हैं. इन विधानसभा क्षेत्रों में बुदनी, सीहोर, आष्टा और इछावर शामिल हैं. इस समय इन चारों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.बुदनी से स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधायक हैं, जबकि सीहोर से सुदेश राय, आष्टा से रघुनाथ सिंह मालवीय और इछावर सीट से करण सिंह वर्मा विधायक हैं.बीजेपी चाहती है कि इस बार भी यह चारों सीटें बीजेपी के ही खाते में जाएं, लेकिन आपसी गुटबाजी ने भारतीय जनता पार्टी के संगठन की मुसीबतें बढ़ा दी हैं.


बीजेपी की गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है.बुदनी को छोड़ बीजेपी के नेताओं की गुटबाजी सीहोर के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में देखने को मिल रही है. अब यह गुटबाजी हाथापाई में तब्दील होने लगी है. बीते दिनों पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा की इछावर विधानसभा में एक डिबेट कार्यक्रम के दौरान बीजेपी के दो गुट आपस में भिड़ गए.इसी दिन करण सिंह वर्मा के पोस्टर दीवारों पर चस्पा कर दिए गए, इन पोस्टरों पर लिखा था विधायक का चेहरा बदलो.


बीजेपी में कितने गुट


इसी तरह सीहोर विधानसभा में भी अब बीजेपी के तीन गुट हो गए हैं.सीहोर विधानसभा क्षेत्र में भी बीजेपी की गुटबाजी सार्वजनिक मंचों पर नजर आ रही है. 15 अगस्त को सीहोर विधानसभा के ग्रामीण अंचल में तिरंगा यात्रा निकाली गई थी. लेकिन यह तिरंगा यात्रा भी बीजेपी के दो अलग-अलग गुटों द्वारा निकाली गई.एक तिरंगा यात्रा दोराहा तक आई, जबकि दूसरी तिरंगा यात्रा सीहोर जिला मुख्यालय तक पहुंची.


आष्टा में बीजेपी के तीन गुट हैं. तीनों ही गुटों का आपसी मनमुटाव आए दिन चर्चाओं में बना रहता है. गुटबाजी के सवालों पर बीजेपी के जिलाध्यक्ष रवि मालवीय ने कहा कि कार्यकर्ताओं को समझाया जाएगा.उन्होंने कहा कि इछावर का मामला सामने आया है, सभी कार्यकर्ताओं को समझाईश दी जाएगी. जिले में कही भी गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है.


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