Madhya Pradesh Elections 2023: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों का फोकस आदिवासियों पर है. प्रदेश में आदिवासियों के 47 सीटें आरक्षित हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 जुलाई को पूर्वी मध्य प्रदेश के शहडोल में पकरिया पहुंचे थे. वहां उन्होंने खाट पंचायत में आदिवासियों (गोंड और कोल) से सीधे बातचीत की थी. इसके बाद बीजेपी का दावा है कि पीएम के इस कार्यक्रम से 12 जिलों की 26 विधानसभा सीटों में रहने वाले 92 फीसदी आदिवासियों तक बीजेपी की पहुंच हुई है. इसका फायदा उसे चुनाव में मिलेगा.
राहुल गांधी की सभाए
कांग्रेस भी अगस्त में प्रदेश के पश्चिमी छोर पर स्थित धार जिले में राहुल गांधी की सभा करवाने जा रही है. सभा के लिए सरदारपुर विधानसभा में आने वाले श्वेतांबर जैन तीर्थ स्थल राजगढ़-मोहनखेड़ा का चयन किया गया हैय सोनिया, राहुल और प्रियंका पूर्व में यहां आकर आशीर्वाद ले चुके हैं. यहां राहुल की सभा के जरिए कांग्रेस आठ जिलों की 20 विधानसभा सीटों के 90 प्रतिशत आदिवासियों (भील-भिलाला) तक पहुंचने का दावा कर रही है. सरदारपुर से पांच विधानसभा सीटों झाबुआ, पेटलावद, बदनावर, धार, गंधवानी की सीमाएं लगी हैं, ये सभी भील जनजाति बहुल हैं.
इसके बाद अगस्त में ही राहुल की अगली सभा शहडोल के ब्योहारी में हो सकती है. इन दोनों सभाओं के जरिए कांग्रेस का फोकस सात संभागों के 20 जिलों में 89 आदिवासी बहुल ब्लॉक तक पहुंचना है. इन सभाओं के जरिए एक करोड़ 20 लाख वोटर में से भी बड़ी संख्या को कांग्रेस अपने पक्ष में करना चाह रही है. अगस्त-सितंबर में राहुल खरगोन और फिर रतलाम (सैलाना) से राजस्थान की आदिवासी बहुल सीटों तक पहुंचेंगे.
आदिवासी सीटों का गणित
शहडोल के ब्यौहारी से राहुल गांधी 12 जिलों की 26 आदिवासी विधानसभा सीटों तक पहुंचेगे. विंध्य और महाकौशल में कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 14 सीटें शहपुरा, डिंडोरी, पुष्पराजगढ़, मंडला, बिछिया, निवास, बैहर, बरघाट, लखनादौन. जुन्नारदेव, अमरवाड़ा, पांर्ढुणा, घोड़ाडोंगरी और भैंसदेही जीती थीं. वहीं चितरंगी, धौहनी, ब्यौहारी, जयसिंहनगर, जैतपुर, अनूपपुर,बांधवगढ़, मानपुर, बड़वारा, सिहोरा, मंडला और टिमरनी पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.
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