MP Politics: 'हम धार्मिक हैं, लेकिन धर्म की राजनीति नहीं करते हैं', PCC चीफ कमलनाथ का BJP पर तंज
MP Election: मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में धर्म संवाद का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान पीसीसी चीफ कमलनाथ मध्य प्रदेश के मठ मंदिरों के सरकारीकरण का विरोध किया.
Madhya Pradesh Assembly Elections: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के आते ही धार्मिक क्रियाकलापों की गतिविधियां भी बढ़ने लगी है. इसका असर अब विपक्ष यानी कांग्रेस (Congress) पर भी होता दिखाई दे रहा है. यहां बीजेपी (BJP) बीते कई सालों से हिंदुत्व के एजेंडे पर कायम है वहीं अब इसे तोड़ने के लिए कांग्रेस ने भी हिंदुत्व की ओर रुख कर लिया. ऐसे में कांग्रेस ने नई राह पकड़ने का साहस दिखाया है इसी के चलते प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में धर्म संवाद का आयोजन रखा गया है. इसमें मध्य प्रदेश के विभिन्न कोनों से मंदिरों एवं मठों के पुजारियों धर्म आचार्यों को आमंत्रित किया गया था.
दरअसल, इस कार्यक्रम के दौरान पीसीसी चीफ कमलनाथ मध्य प्रदेश के मठ मंदिरों के सरकारीकरण का विरोध किया. साथ ही साथ मध्य प्रदेश कांग्रेस पुजारी प्रकोष्ठ की ओर से कार्यक्रम में विभिन्न मांगे रखी जाएंगी. इसमें पुजारियों की परेशानी और मंदिरों की जमीन पर सरकारी कब्जा हटाने की मांग मुख्य रूप से है. साथ ही कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के संरक्षण में कलेक्टर मंदिरों की जमीन नीलाम कर रहे हैं, जिसके चलते धार्मिक स्थानों को नुकसान पहुंच रहा है.
इसी संबंध में कांग्रेस के मुखिया कमलनाथ मीडिया के पूछे गए सवाल रामनवमी के जुलूस पर हुए पथराव के बारे में कहा कि 2024 के चुनाव नजदीक है. इसलिए बीजेपी सरकार ये हथकंडे अपना रही है. आम जनता को महंगाई और अन्य मुद्दों से हटाने के लिए बीजेपी इस तरीके से काम करती है.
हम नहीं करते धर्म की राजनीति- कमलनाथ
हम धार्मिक हैं, लेकिन धर्म की राजनीति नहीं करते हैं. साथ ही जब हम मंदिर जाते हैं तो बीजेपी के पेट में दर्द होता है. वहीं पीसीसी में भगवा ध्वज की सजावट के सवाल पर कमलनाथ ने जवाब दिया कि क्या भगवा बीजेपी का ट्रेडमार्क है या उन्होंने एजेंसी ले रखी है. हम भी धार्मिक हैं, लेकिन हम धर्म की राजनीति नहीं करते हैं. वहीं इंदौर में हुए हादसे पर कमलनाथ ने आरोप लगाया कि इसमें शासन की लापरवाही है.
अतिक्रमण हटाए जाने के कारण इस प्रकार की घटनाएं घट रही हैं और शिवराज सरकार केवल कार्रवाई करने का झूठा दिखावा कर रही है. साथ ही जब उनसे दिग्विजय सिंह को लेकर बीजेपी प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के बयान पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह किसके दोस्त हैं, किसके नहीं मुझे नहीं पता, लेकिन मेरे सबसे पहले दोस्त हैं. आपको बता दें कि हाल ही में मुरलीधर राव ने अपने बयान में दिग्विजय सिंह को पाकिस्तान का दोस्त करार दिया था.