Madhya Pradesh Elections 2023: बीजेपी (BJP) की प्रदेश स्तरीय कोर कमेटी की बैठक भोपाल में हुई. इसमें काफी समय बाद केंद्रीय ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पूरे समय तक बैठे रहे. उन्होंने करीब हर मुद्दे पर अपनी बात रखी और सुझाव दिए.बैठक में जब हारी हुई सीटों पर पूर्णकालिक प्रभारियों के कामकाज का रिव्यू हुआ, तो सिंधिया ने कहा कि सभी हारी सीटों पर अभी से टिकट या प्रत्याशी तय कर देने चाहिए.इससे उन्हें काम करने का वक्त मिलेगा. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक जमावट और बाकी काम भी उसी के कहने से किए जाने चाहिए. इससे मैसेज सही जाता है. चुनाव में इसका लाभ होता है.
क्या बीजेपी को समझ नहीं पाए हैं सिंधिया?
बीजेपी कोर कमेटी की बैठक चार जुलाई को हुई थी.इस बैठक में सबसे पहले चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आकांक्षी (हारी हुई सीटें) विधानसभाओं का रिव्यू किया था. इस दौरान चर्चा निकली. सिंधिया ने जब यह बात कही तो वहां मौजूद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत किसी भी नेता ने जवाब नहीं दिया.एक वरिष्ठ नेता ने जरूर कहा कि सिंधिया बीजेपी में नए हैं.
बीजेपी में टिकटों की चर्चा भी तब होती है, जब केंद्रीय नेतृत्व से संकेत मिलते हैं. उसी समय प्रदेश चुनाव समिति की बैठक होती है.पहले से प्रत्याशी घोषित नहीं किया जाता. हालांकि टिकट का मसला अलग-अलग रूप में हर बैठक में आता है. बहरहाल, सिंधिया के रुख से साफ है कि उन्हें 103 विधानसभाओं की चिंता हैं. दरअसल, 2018 में बीजेपी को 121 सीटों पर हार मिली थी.इनमें से 22 सीटें बीजेपी पांच हजार के कम अंतर से उसके हाथ से निकल गई थीं. उपचुनाव के बाद अभी भी 103 सीटें ऐसी हैं, जो पकड़ से बाहर हैं.
सीएम की टिफिन पार्टी
अखबार 'दैनिक भास्कर' के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के बाद बीजेपी में टिफिन पार्टी का दौर चल पड़ा है. विधायकों, सांसदों और मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आठ जुलाई की शाम को कैबिनेट के सभी सदस्यों (मंत्रियों) को टिफिन के साथ सीएम हाउस बुलवाया है. टिफिन पार्टी में सबसे पहले विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा होगी.इसके ठीक बाद कैबिनेट की बैठक भी रखी जाएगी.इसी के बाद सब मिलकर भोजन करेंगे.पार्टी आलाकमान ने विधायकों से भी कहा कि वे कम से कम 200 कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन पार्टी करें. मंत्रियों के लिए कोई संख्या नहीं है.
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