MP Assembly Monsoon Session: मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon Session) कल मंगलावार से शुरू होगा, इस बात की जानकारी एक अधिकारी ने दी. यह मानसून सत्र पहले 25 जुलाई की शुरुआत की तारीख से रिशेड्यूल किया गया था. अधिकारी ने बताया कि मानसून सत्र की 13 सितंबर से 17 सितंबर तक पांच बैठकें होंगी. इसके साथ ही कांग्रेस (Congress) विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma) ने शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कम समय का सत्र रखकर बेरोजगारी और महंगाई जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों की चर्चा से बचना चाहती है.


कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर लगाया आरोप


कांग्रेस विधायक ने दावा किया हर विधायक अपने क्षेत्र के मुद्दों को विधानसभा में उठाना चाहता है. हालांकि उसे इस कम समय के सत्र में पर्याप्त समय नहीं मिलेगा. कांग्रेस विधायक ने कहा कि संसद सत्र एक महीने में होता है, लेकिन एमपी विधानसभा का मानसून सत्र सिर्फ पांच दिनों का होगा. पूर्व मंत्री ने कहा कि हमें संदेह है कि विधानसभा सत्र को केवल दो दिनों में अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया जा सकता है. वहीं कांग्रेस के इस आरोप पर बीजेपी (BJP) विधायक रामेश्वर शर्मा (Rameshwar Sharma) ने पलटवार करते हुए कहा कि मानसून सत्र का समय सर्वदलीय बैठक में लिया जाता है. वहीं महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर बीजेपी विधायक ने कहा कि यह पिछली कांग्रेस सरकारों की गलत नीतियों का परिणाम है.
 
पोषण आहार योजना में घोटाले का आरोप


बता दें कि इस समय शिवराज सरकार पोषण आहार के घोटाले को लेकर घिरी हुई है और इसे लेकर विपक्ष भी बीजेपी सरकार पर हमलावर है. सीएजी रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में पोषण आहार योजना में महिला बाल विकास विभाग में 110 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. हैरानी की बात ये है कि महिला बाल विकास विभाग खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ही पास है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार ने करीब 111 करोड़ रुपये का राशन कागजों पर बांट दिया है और इसे लेकर कांग्रेस ने सीएम के इस्तीफे की भी मांग की है.


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