MP Politics: 11 जुलाई से शुरु होगा एमपी विधानसभा का मानसून सत्र, गूंजेगा सीधी का 'पेशाब कांड'
MP: मध्य प्रदेश विधानसभा का पांच दिवसीय सत्र 10 जुलाई के स्थान पर अब 11 से शुरू होकर शनिवार 15 जुलाई तक चलेगा. इस दौरान सीधी के पेशाब कांड की भी गूंज भी सुनाई देगी.
MP Vidhan Sabha Monsson Session: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत 11 जुलाई से होने जा रही है. पहले विधानसभा का ये सत्र 10 जुलाई से शुरु होना था, लेकिन अब ये सत्र 11 जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक चलेगा. विधानसभा सत्र की पुनरीक्षित अधिसूचना विधानसभा सचिवालय ने जारी कर दी है. इस पांच दिवसीय विधानसभा सत्र में काफी हंगामे होने के आसार हैं. इस पांच दिवसीय विधानसभा सत्र के दौरान सीधी के पेशाब कांड की भी गूंज रहेगी.
मध्य प्रदेश विधानसभा का पंचदश सत्र सोमवार 10 जुलाई के स्थान पर अब मंगलवार 11 जुलाई से शुरू होकर शनिवार 15 जुलाई तक चलेगा. राज्यपाल के आदेशानुसार विधानसभा सचिवालय ने पुनरीक्षित अधिसूचना जारी कर दी है. विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह के अनुसार, 11 जुलाई से शुरू होने वाले इस पांच दिवसीय सत्र में कुल पांच बैठकें होंगी.
एमपी की राजनीति में आया था भूचाल
बता दें मंगलवार को सीधी जिले का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ था. इस वीडियो में बीजेपी नेता और स्थानीय विधायक का प्रतिनिधि एक आदिवासी युवक के ऊपर नशे की हालत में पेशाब कर रहा था. इस वीडियो के वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल सा आ गया और विपक्ष ने जमकर सत्ताधारी दल पर प्रहार किए. हालांकि वायरल वीडियो के बाद सीएम शिवराज ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए आरोपी युवक पर कार्रवाई के निर्देश देते हुए एनएसए की बात कही थी.
वहीं युवक का घर का अतिक्रमण भी ढहा दिया गया है. सीधी में आदिवासी युवक के साथ हुए इस घिनोने कृत्य के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सत्ताधारी दल बीजेपी पर जमकर आक्रमक रहे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आदिवासी अत्याचार के मामले में मध्य प्रदेश को देश में नंबर 1 का दर्जा दिया, जबकि सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा पीड़ित आदिवासी युवक की सीएम हाऊस में आवभगत, पैर धुलने और आरती उतारने पर सीएम शिवराज की कैमरे की नौटंकी बताई है.
गूंजेगा पेशाब कांड
इस मामले में विपक्ष के केन्द्रीय नेता भी जमकर सक्रिय रहे. कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया दी. अब इस मामले की गूंज आगामी प्रदेश के मानसून सत्र में भी सुनाई देने के आसार हैं.