Bhopal News: मध्य प्रदेश सरकार के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री तथा भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक हुई. जिला क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में निर्णय लिया गया है कि जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रभावी रूप से मास्क लगाने का अभियान चलाया जाए. मास्क नहीं लगाने वालों पर 200 रुपए का चालान लगाने की कार्रवाई की जाएगी. बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, विधायक पीसी शर्मा, कलेक्टर अविनाश लवानिया, डीसीपी मकरंद देउस्कर, एसीपी इरशाद वली और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
कोविड गाइडलाइन का पालन आवश्यक
भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बैठक में कहा कि कोरोना की रफ्तार को देखते हुए जरूरी है कि भीड़ वाली जगहों पर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रभावी अभियान चलाया जाए. इसके लिए ऐसी जगहों को चिन्हित करें जहां पर भीड़-भाड़ होने की अधिक संभावनाएं होती हैं. इन जगहों पर दुकानदारों और ग्राहकों के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाए. जिले में आयोजित हो रहे विभिन्न मेलों के संबंध में चर्चा करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि ऐसे मेलों के संबंध में क्राउड मैनेजमेंट की रिपोर्ट बनाई जाए. जिला प्रशासन निर्णय करे कि अधिक भीड़ तो नहीं हो रही है. कोविड गाइडलाइन का पालन हो रहा है या नहीं. कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं होने पर ऐसे मेलों को बंद करने की कार्यवाही करें.
ऑक्सीजन प्लांट पर कही ये बात
बैठक में शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए जरूरी है कि टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाए. साथ ही जो विदेश से आने वाले नागरिक हैं, उनके आइसोलेशन में रहने का भी लगातार निरीक्षण कराया जाए. जिले के सभी ऑक्सीजन प्लांट की मैपिंग कराएं. हर सप्ताह ऑक्सीजन प्लांट की मॉक ड्रिल की रिपोर्ट की लॉग बुक में इंट्री की जाए और इसे व्यवस्थित किया जाए. साथ ही उनके मेंटेनेंस के समय आने वाली समस्याओं को भी नोट किया जाए. जिससे कि आवश्यकता होने पर उस पर तुरंत कार्रवाई की जा सके. यह भी सुनिश्चित किया जाये कि जो ऑक्सीजन रोगी के बेड तक पहुंच रही है वह किस प्रेशर से और किस शुद्धता की है.
कलेक्टर ने दिए निर्देश
बैठक में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि भोपाल में सार्थक ऐप पर कोविड उपचार करने वाले अस्पतालों के आवेदन आने पर एंट्री की जा रही है. इस पर सूची तैयार होने के बाद ही कोई भी अस्पताल कोरोना संक्रमित व्यक्ति का इलाज कर पाएगा. भोपाल में चल रही रैंडम सेंपलिंग, सरकारी और गैर-सरकारी अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के साथ-साथ मार्केट में भीड़ नियंत्रण के संबंध में व्यापक कार्रवाई की गई है. क्राइसिस मेंजमेंट की बैठक में प्रभारी मंत्री ने कुत्तों के नसबंदी और खुले में लग रही मांस और मछली की दुकानों को नियंत्रित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में नगर निगम सख्त कार्रवाई करे और बिना अनुमति कही भी दुकानें नही लगें.
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