Jabalpur News: बीजेपी के संभागीय दफ्तर में कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. शहर की उत्तर मध्य विधानसभा सीट से बाहरी प्रत्याशी को टिकट देने से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश चुनाव के प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ भी धक्कामुक्की की गई. साथ ही उनके गनमैन के साथ मारपीट भी की. इस दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु शर्मा के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी और आपत्तिजनक टिप्पणीकी गई. हालांकि, बाद में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि कार्यकर्ताओं को समझा लेंगे. बीजेपी दफ्तर में हंगामा का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.


दरअसल, आज बीजेपी ने अपनी पांचवीं लिस्ट घोषित की, जिसमें जबलपुर की उत्तर मध्य विधानसभा सीट से अभिलाष पांडेय को उम्मीदवार बनाया गया. बताया जाता है कि इसके बाद पूर्व मंत्री शरद जैन, अब पार्टी में वापसी कर चुके पूर्व बागी नेता धीरज पटेरिया और एक पार्षद कमलेश अग्रवाल के नाराज समर्थक बीजेपी के संभागीय बैठक में जबरन घुस गए. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया.



एक घंटे तक चला हंगामा
बताया जा रहा है कि इस दौरान बैठक में मौजूद केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश चुनाव के प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ भी नाराज कार्यकर्ताओं ने धक्का मुक्की कर दी. बीजेपी के संभागीय दफ्तर में तकरीबन एक घंटे तक हंगामा होता रहा. इस दौरान जमकर गाली गलौज भी हुई. नाराज कार्यकर्ताओं ने एक सिक्योरिटी गार्ड को भी धक्का मुक्की देते हुए नीचे गिरा दिया. पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.


बाद में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि नाराज कार्यकर्ताओं को समझ लेंगे मीडिया के जाते ही कार्यकर्ताओं से बातचीत की जाएगी. उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि उनके गार्ड के साथ धक्कामुक्की हुई है. वहीं, एक नाराज कार्यकर्ता मनीष जैन ने कहा कि यदि पार्टी इस सीट से अपना उम्मीदवार नहीं बदलती है तो हम लोग चुनाव में काम नहीं करेंगे


कमलनाथ ने बीजेपी की लिस्ट पर कसा तंज
वहीं, पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी की पांचवीं सूची को लेकर जमकर तंज किया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा, "भारतीय जनता पार्टी की पांचवीं सूची ने स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी नेतृत्वहीन होने के साथ ही दिशाहीन भी हो चुकी है. पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, बल्कि हार का ठीकरा फोड़ने के लिए कुछ पुराने और नए नाम सामने कर दिए हैं. अब न बीजेपी के पास मुख्यमंत्री का चेहरा है और ना ही विधायकों का चेहरा."


कमलनाथ ने आगे लिखा, "जनता के सामने 18 साल का कुशासन है और जनता उसे खारिज करने के लिए कमर कस चुकी है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश में बहुत हद तक कांग्रेस और बीजेपी दोनों के अधिकांश प्रत्याशी सामने आ चुके हैं. कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को पूरी लगन और मेहनत से चुनावी समर में उतरना है और बीजेपी की इस मन से हारी हुई टीम को औपचारिक रूप से ईवीएम के अंदर भी हरा देना है."


ये भी पढ़ें


MP Election 2023: मध्य प्रदेश की राजनीति में आयाराम-गयाराम का दौर, AAP-BSP का दामन थाम रहे बीजेपी-कांग्रेस के नाराज नेता