Mohan Yadav Lost WFI Election: मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीते और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी बन गए. गुरुवार को मुख्यमंत्री यादव राजधानी दिल्ली में थे. इसी बीच ये दावा किया जाने लगा कि वो भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ने दिल्ली पहुंचे हैं और इस चुनाव में हार के साथ ही भारतीय कुश्ती संघ का उपाध्यक्ष बनने का उनका सपना अधूरा ही रह गया. हालांकि मध्य प्रदेश जनसंपर्क ने इन दावों को लेकर बाद में ट्वीट किया और इन्हें गलत बताया.


मोहन यादव को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि वो एक पहलवान रहे हैं और वो मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं. साथ ही साथ ये दावा भी किया गया कि वो भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष के चुनाव में उम्मीदवार भी थे और वो चुनाव हार गए. हालांकि शुक्रवार को मध्य प्रदेश जनसंपर्क कार्यालय ने इन बातों का खंडन किया. जनसंपर्क कार्यालय की तरफ से ट्वीट कर ये बताया गया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष पद के लिए कोई चुनाव नहीं लड़ा गया.




तो दिल्ली में क्यों आए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री?


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल ही में राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की है. बुधवार की शाम मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र समाप्त होने के बाद वो दिल्ली रवाना हुए. दिल्ली में मुख्यमंत्री मोहन बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने पहुंचे हैं. दरअसल मध्य प्रदेश में सरकार का गठन हो गया है, लेकिन अभी नया मंत्रिमंडल बनना बाकी है. ऐसे में संभावित मंत्रियों के नाम पर चर्चा को लेकर वो दिल्ली में हैं. 


कौन बना भारतीय कुश्ती संघ का नया मुखिया
गुरुवार को हुए भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में उत्तर प्रदेश के संजय सिंह ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडल विजेता अनीता को 40-7 से हराया. संजय सिंह को भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह का करीबी बताया जाता है.


मुझमें और मोहन यादव में कई समानताएं, बस इस मामले में मैं पिछड़ गया... CM से कहां पीछे रह गए कैलाश विजयवर्गीय