MP Politics: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ((Shivraj Singh Chauhan)) क्या एक बार फिर अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब हुए हैं? कहा तो यही जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में साफ संकेत देकर शिवराज की कुर्सी जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया है.


माना जा रहा है कि अब जल्द ही शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा. इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की भी चर्चा है. माना जा रहा है कि पार्टी को सीएम शिवराज से बड़ा चेहरा फिलहाल मध्य प्रदेश में नजर नहीं आ रहा है. इसी मजबूरी में उसने उन पर ही भरोसा जताने का निर्णय लिया है.


नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर लगा विराम
बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी मध्य प्रदेश, कर्नाटक और त्रिपुरा में वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व में ही चुनाव में उतरेगी. हालांकि नीतिगत और चुनावी रणनीति से जुड़ा कोई भी फैसला आलाकमान की इजाजत से ही लेने की बंदिश लगाई गई है. राष्ट्रीय कार्य समिति में यह तय होने के बाद इन राज्यों में लंबे समय से नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर भी विराम लग गया है. पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्र ने यह भी बताया कि चुनावी राज्यों के मुख्यमंत्री या नेता विपक्ष को बदला नहीं जाएगा, लेकिन सीएम अपने मंत्रिमंडल और पार्टी अध्यक्ष अपनी टीम में बदलाव कर सकते हैं.


कमजोर माने वाले मंत्रियों को दी गई चेतावनी
कार्यसमिति की बैठक से लौटने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में अपने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई. इस दौरान उनके अलग ही तेवर देखने को मिले. पार्टी और सरकार के आंतरिक सर्वे में कामकाज में कमजोर माने वाले मंत्रियों को चेतावनी भी दी गई. कहा जा रहा है कि कामकाज में फिसड्डी रहने वाले कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है. भोपाल में मंत्रियों की बैठक के बाद शिवराज सिंह चौहान शाम को जबलपुर पहुंचे और समाज के अलग-अलग वर्गों के साथ सीधा संवाद किया. लोगों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री का कॉन्फिडेंस लेवल भी काफी बढ़ा हुआ था.


अगले चुनाव में सीएम के सामने हैं बड़ी चुनौतियां
वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र दुबे का कहना है कि सीएम शिवराज अभी भले ही अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब हुए हैं, लेकिन उनके सामने अगले चुनाव को देखते हुए बहुत बड़ी चुनौतियां हैं. बढ़ती बेरोजगारी, बढ़ते बिजली के बिल, किसानों की कर्ज माफी, लॉ एंड ऑर्डर सहित तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिनको लेकर विपक्ष सीएम शिवराज सिंह चौहान को घेरने में लगा हुआ है.


इसी तरह महाकौशल, बुंदेलखंड और विंध्य इलाके में सरकार के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी है. 2018 के चुनाव में भी सीएम  शिवराज को इन इलाकों से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. महाकौशल और विंध्य इलाके से मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व लगभग नगण्य है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 25 और 26 जनवरी का जबलपुर में गणतंत्र दिवस का मेगा शो करने वाले हैं.


MP News: सीएम शिवराज ने जबलपुर में किया आम लोगों से संवाद, बोले- मन में यहां के विकास का संकल्प