MP Politics: सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan)  जल्द ही अपने कैबिनेट का विस्तार (Cabinet Expansion) कर सकते हैं. यह जानकारी सत्तारूढ़ बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने गुरुवार को दी. सीएम शिवराज की तरफ से यह फैसला तब किया गया है जब राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने वाले हैं. बताया जा रहा है कि कैबिनेट में तीन-चार नए नाम जोड़े जा सकते हैं.


विंध्य के रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ला और बालाघाट के विधायक गौरीशंकर बिसेन का नाम पर फैसला लगभग तय हो चुका है. गौरीशंकर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हैं. वहीं, राहुल सिंह लोधी और पूर्व सांसद जालम सिंह को शामिल करने पर शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच विचार-विमर्श चल रहा है. जालम सिंह ओबीसी समुदाय हैं, राज्य की आबादी का 45 फीसदी हिस्सा ओबीसी समुदाय का है. राहुल सिंह लोधी की बात करें तो वह बुंदेलखण्ड क्षेत्र में टीकमगढ़ जिले के खरगापुर से पहली बार विधायक बने थे. वह बीजेपी नेता और पूर्व सीएम उमा भारती के भतीजे हैं. वहीं, महाकौशल क्षेत्र के नरसिंहपुर से विधायक जालम सिंह केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के छोटे भाई हैं.


कैबिनेट विस्तार के पीछे बताई जा रही है यह वजह
बता दें कि मध्य प्रदेश कैबिनेट में फिलहाल 31 सदस्य हैं. संवैधानिक नियमों के अनुसार यह संख्या 35 तक हो सकती है जो कि मध्य प्रदेश विधानसभा सदस्यों की कुल संख्या का 15 प्रतिशत है. उधर, राजभवन के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि राज्य सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह के संबंध में अभी तक कोई संदेश नहीं भेजा है. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि कैबिनेट विस्तार राज्य में सत्ता विरोधी लहर को मात देने, जातिगत समीकरणों को साधने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की सिफारिश पर हो रहा है. मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.


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