(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP Chief Minister: मुख्यमंत्री के ऐलान की तैयारियां शुरू! विधायकों को भेजा गया बैठक का टाइम टेबल, साथ में दी है ये सख्त हिदायत
Madhya Pradesh Chief Minister: मध्य प्रदेश में कौन बनेगा मुख्यमंत्री? इसका फैसला आज हो जाएगा. भारतीय जनता पार्टी ने इसके लिए होने वाली बैठक का टाइम टेबल जारी करते हुए विधायकों को सख्त हिदायत दी है.
Madhya Pradesh Chief Minister Update: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद और भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं के भाग्य का महत्वपूर्ण फैसला सोमवार शाम तक सामने आ जाएगा. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विधायक दल की बैठक को लेकर अधिकृत टाइम टेबल जारी कर दिया है. इसके अलावा विधायकों को बैठक के पहले बयानबाजी से दूर रहने की हिदायत भी दी गई है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कई ऐसे नाम हैं, जो मध्य प्रदेश की राजनीति के दिग्गज खिलाड़ी माने जाते हैं. सोमवार शाम तक इन बीजेपी नेताओ के भाग्य का बड़ा फैसला होने वाला है. साथ ही साथ सूबे का सीएम कौन होगा, इस सवाल से भी पर्दा उठने वाला है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय के मंत्री और विधायक भगवान दास सबनानी ने पत्र जारी करते हुए विधायक दल की बैठक को लेकर पूरा कार्यक्रम घोषित कर दिया है. सबसे पहले दोपहर 1:00 बजे से 3:00 तक विधायकों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. इसके बाद ग्रुप फोटो खिंचवाया जाएगा. विधायकों का फोटो होने के बाद विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री का चेहरा सामने आ जाएगा. इसे लेकर पर्यवेक्षक भी पूरी तैयारी कर चुके हैं.
बैठक के पहले मीडिया में बयान देने पर प्रतिबंध
विधायक दल की बैठक का कार्यक्रम होने के साथ-साथ यह भी गाइडलाइन जारी की गई है कि विधायक के अलावा उनके अंगरक्षक या अन्य कोई बहारी व्यक्ति बैठक में शामिल होने के लिए परिसर में नहीं आएगा. विधायकों से यह भी कहा गया है कि वे किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर आने का आग्रह न करें. इसके अलावा पार्टी द्वारा जारी किए गए पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया है कि बैठक के पहले कोई भी विधायक मीडिया के सामने बयान न दे. यह पहला मौका है जब बीजेपी विधायक दल की बैठक को लेकर सख्त गाइडलाइन के साथ-साथ पूरा अनुशासन और विधायकों पर मीडिया के सामने बयानबाजी को लेकर प्रतिबंध लगा रही है.