Madhya Pradesh Christmas 2022: इंदौर में 25 दिसंबर क्रिसमस (Christmas) के एक दिन पहले शनिवार की रात को ईसाई समुदाय (Christian Community) ने ख्रीस्त जन्मोत्सव (Christ Birth Anniversary) को बड़े ही धूमधाम से मनाया. जहां शहर के गिरजाघरों (Church) में श्रद्धा और उत्साह का माहौल रहा, इस दौरान ईसाई समुदाय ने प्रभु यीशु (Lord Jesus) के जन्म से प्रार्थना संबंधित गीत गाए. वहीं शहर की कुछ जगह शाम को समाज द्वारा जुलूस निकाले गए.
इंदौर के सबसे पुराने चर्च में मिस्सा के बाद प्रभु यीशु के जन्मोत्सव की दी गई बधाईयां
शहर के सबसे बड़े और प्राचीन चर्च सेंट फ्रांसिस ऑफ़ असीसी कैथेड्रल रेड चर्च में भी शनिवार रात प्रार्थना सभा आयोजित की गई. इस दौरान सभी बत्तियां बुझाई गई और प्रभु के आगमनकाल की पवित्रता की प्रतीक सफेद रंग की पांचवीं और अंतिम ज्योति ख्रीस्त की मोमबत्ती प्रज्ज्वलित कर क्रिसमस मनाया गया. पवित्र मिस्सा के पश्चात् सभी ने एक दूसरे को ख्रीस्त जन्मोत्सव की बधाईयों दीं.
रेड चर्च इंदौर में भी क्रिसमस कैरोल गाने के बाद 11 बजे रात को इंदौर धर्मप्रांत के विशप डॉ. चाको टी ने प्रार्थना की अगुवाई की, जबकि रेड चर्च पल्ली पुरोहित फादर थॉमस मैथ्यू, सहायक पल्ली पुरोहित फादर मनोज, पी. आर. ओ. फादर अंतोन सामी और अन्य पुरोहितों की सहभागिता में क्रिसमस की पवित्र मिस्सा अर्पित की गई.
रेड चर्च में बिशप डॉ. चाको ने अपने प्रवचन में ये कहा
इस मौके पर अपने प्रवचन में बिशप डॉ. चाको ने कहा की प्रभु यीशु का ख्रीस्त के दौरान जन्म इसलिए हुआ कि क्योंकि ईश्वर मानव को चाहता है. स्वाभाविक है कि जब हम किसी व्यक्ति से प्रेम करते हैं तो हम उसके निकट रहना चाहते हैं और हो सके तो उसके साथ रहना चाहते है. मानव और ईश्वर का यह रिश्ता पाप के कारण टूट गया था, पापों के निवारण हेतु प्रभु यीशु ने इस दुनिया में मानव के रूप में जन्म लिया ताकि यह रिश्ता फिर से जुड़ जाए और मानव जाति को मुक्ति मिले.
क्रिसमस के पहले की रात दिये अपने प्रवचन में बिशप डॉ. चाको कहा कि जब टूटा हुआ रिश्ता जुड़ जाता है तो आनंद का वातावरण बन जाता है. इसीलिए प्रभु यीशु ख्रीस्त के जन्म संदेश को मानव जाति के लिए आनंद का संदेश भी कहते हैं. उन्होंने कहा कि यह संदेश बताता है कि मुक्ति दाता का जन्म हो चुका है और टूटा हुआ रिश्ता जुड़ चुका है यही क्रिसमस का संदेश है.
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