Madhya Pradesh Ladli Behna Yojana: लाडली बहना योजना की किश्त महिलाओं के खाते में जाने के साथ ही मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस एक बार फिर राजनीतिक बयान को लेकर आमने-सामने हो गई. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पिछले एक महीने में लाडली बहना योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं की संख्या में चार लाख 92000 की कटौती हो गई है. दूसरी तरफ बीजेपी ने कहा है कि पात्र हितग्राहियों को लगातार लाभ मिल रहा है.


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने लाडली बहन योजना के जरिए एक करोड़ 29 लाख बहनों के खाते में 1576 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की है. इस आंकड़े को लेकर कांग्रेस ने एतराज उठाया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हितग्राही बहनों की संख्या 1 करोड़ 31 लाख बताई थी. डॉ मोहन यादव ने शपथ लेने के बाद पहली बार महिला हितग्राही के खाते में राशि डालते हुए उनकी संख्या एक करोड़ 29 लाख बताई है जबकि 1576 करोड रुपए की राशि खाते में डाली गई है. 


मिश्रा ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 1576 करोड रुपए में अगर 1250 का भाग दिया जाए तो लाडली बहनों की संख्या के रूप में एक करोड़ 26 लाख 8 हजार संख्या सामने आती है जो कि यह बताती है कि पूर्व सरकार की तुलना के मुकाबले चार लाख 92000 बहनों को लाभ नहीं मिल पाया है. कांग्रेस ने यह भी कहा है कि चार लाख 92000 बहने कहां गई? इसका जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह डॉक्टर मोहन यादव को देना चाहिए.


बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश व्यवस्था राजपाल सिंह ने कहा कि कांग्रेस इतनी बुरी हार के बावजूद नकारात्मक राजनीति से बाज नहीं आ रही है. उन्होंने कहा कि जो भी पात्र महिलाएं है, उन्हें लाडली बहना योजना का लाभ मिल रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस केवल सवाल खड़े करने और झूठे आरोप लगाने में मदमस्त है. कांग्रेस को गरीब जनता से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने अभी कहा कि बीजेपी सरकार को कांग्रेस के मशविरे की आवश्यकता नहीं है.


ये भी पढ़ें


Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में क्यों खास बन गई मकर संक्रांति? सीएम मोहन यादव ने किया ये एलान