Mohan Yadav Government: मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) ने 13 दिसंबर को शपथ ग्रहण की है, जबकि 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल बना और 30 दिसंबर को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया गया. सीएम बने मोहन यादव को एक महीने से ज्यादा समय बीत गया है. इन एक महीने के कार्यकाल में सीएम डॉ. मोहन यादव ने 15 निर्णय लिए हैं. एक महीने के कार्यकाल में प्रदेश सरकार की तरफ से, जो पहला निर्णय लिया गया था वह लाउडस्पीकर और डीजे का अनियंत्रित प्रयोग प्रतिबंधित करने का आदेश दिया था.


इसी के साथ खुले में मांस, मछली की बिक्री पर प्रतिबंध. हुकुमचंद मिल के 4800 श्रमिक परिवारों को 224 करोड़ रुपए का बकाया भुगतान. तेंदूपत्ता संग्राहकों का मानदेय 3 हजार प्रति बोरा से बढ़ाकर 4 हजार रुपए किया. यातायात सुगमता के लिए भोपाल में बीआरटीएस हटाने का निर्णय. श्री अन्न को बढ़ावा देने के लिए रानी दुर्गावती श्री अन्न प्रोत्साहन योजना में किसानों को प्रति 10 रुपए किलो का अतिरिक्त प्रोत्साहन. दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के विस्तार के लिए 5 हजार करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी दी.


मोहन सरकार ने लिए इन मुद्दों पर निर्णय


नागरिकों की सुविधा के लिए प्रदेश में संभाग, जिले, तहसील और पुलिस थानों की सीमाओं के पुनर्निर्धारण की प्रक्रिया प्रारंभ की. एक हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को पदोन्नति दी. उज्जैन-इंदौर और धार जिले में जहां-जहां भगवान श्री कृष्ण के चरण पड़े हैं, वहां तीर्थ स्थलों का विकास होगा. प्रदेश में श्री राम वन पथ गमन के विकास की कार्य योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू करने का निर्णय लिया. नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विद्यालयों और महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी और रानी दुर्गावती की प्रेरणादायी वीरगाथा के विषय को शामिल करने का निर्णय लिया. हर जिले में एक शासकीय महाविद्यालय का पीएम उत्कृष्टता महाविद्यालय के रूप में उन्नयन. 350 करोड़ लागत से 6.67 किमी का इंदौर में बनेगा एलिवेटेड कॉरिडोर. ग्रीन बॉन्ड जारी कर जुटाए गए 308 करोड़ की राशि से खरगोन जिले के जलूद गांव में ऊर्जा संयंत्र की स्थाना की जाएगी. 


आईएएस और आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला  


सीएम डॉ. मोहन यादव के एक महीने के कार्यकाल की बात करें तो इस दौरान 45 आईएस और 11 आईपीएस अफसरों को इधर से उधर किया है, जिसमें 9 कलेक्टर, 3 एसपी और 1 संभागायुक्त को मैदानी पोस्टिंग से हटाकर भोपाल बुलाया. सीएम पद संभालते ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शपथ लेने के तीसरे दिन ही छिंदवाड़ा पहुंचे और मंच से कहा कि कलेक्टर साहब ध्यान रखिए पटवारी से गलती हुई तो आप भी कार्रवाई होगी, जबकि गुना बस हादसे में 13 लोगों के मरने के बाद सीएम गुना पहुंचे और आरटीओ को सस्पेंड किया, परिवहन आयुक्त और विभाग के प्रमुख सचिव को हटा दिया. शाजापुर में कलेक्टर के औकात वाला वीडियो वायरल होने के बाद शाजापुर कलेक्टर को भी हटा दिया. इसके बाद एक महिला तहसीलदार के भी तीखे तेवरों के बाद हटा दिया गया.


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