MP News: सीएम शिवराज ने लॉन्च की 'सीखो-कमाओ' योजना, रजिस्ट्रेशन से लेकर स्टाइपेंड तक जानें सब कुछ
MP Seekho Kamao Yojana: सीएम शिवराज ने कहा कि इंडस्ट्री ऐसे बच्चों को काम देती है, जिनको काम आए इसलिए बच्चों को बेहतर काम सिखाने के उद्देश्य से योजना बनाई गई.
Seekho Kamao Yojana: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 'सीखो-कमाओ' योजना लॉन्च की है. राजधानी भोपाल के रविंद्र भवन में इस योजना का शुभारंभ हुआ. इस स्कीम के पोर्टल पर युवाओं ने रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है. इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि पढ़ाई के बाद सबसे बड़ा विषय रोजगार का है, जिसे पूरा करने का काम सरकार कर रही है.
इन्हें मिलेगी स्कूटी
योजना को लॉन्च करने के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने-अपने स्कूल में 12वीं कक्षा में प्रथम आने वाले बेटा-बेटियों को स्कूटी दी जाएगी. 12वीं 70 प्रतिशत से अधिक नंबर लाने वाले बेटा-बेटियों का एडमिशन किसी भी कॉलेज में हो उसकी फीस मध्य प्रदेश सरकार भरेगी. पढ़ाई के बाद सबसे बड़ा विषय रोजगार का है, जिसे पूरा करने का काम सरकार कर रही है.
सीएम शिवराज ने कहा कि एक लाख शासकीय पदों पर भर्ती की घोषणा के बाद से अब तक 55 हजार पदों पर भर्ती की जा चुकी है. 15 अगस्त के पहले 1 लाख से ज्यादा नौकरी सरकारी पदों पर भर्ती होगी. उसके बाद 50 हजार पद और भरे जाएंगे. स्वरोजगार की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लगभग 2.5 से 3 लाख लोगों को स्वरोजगार के लिए लोन हर महीने दिए जा रहे हैं. 2 हजार 800 से ज्यादा स्टार्टअप प्रदेश के युवाओं स्टार्टअप शुरू किए हैं. पिछले दिनों 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्रदेश में लाने के कमिटमेंट हुए हैं जिससे रोजगार आने वाला है.
भोपाल में बन रहा ग्लोबल स्किल सेंटर
अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि इंडस्ट्री ऐसे बच्चों को काम देती है जिनको काम आए इसलिए बच्चों को बेहतर काम सिखाने के उद्देश्य से योजना बनाई गई. सिंगापुर के सहयोग से भोपाल में ग्लोबल स्किल सेंटर बन रहा है जिसमें एक साथ 6 हजार बच्चे स्किल्ड होंगे बाद में यह संख्या 10 हजार तक होगी.
'काम सीखने के बदले पैसे मिलने चाहिए'
सीएम ने ये भी कहा कि 12वीं पास बच्चे, आइटीआई पास बच्चे, ग्रुजेएशन और पीजी उत्तीर्ण बच्चों को काम सिखाने के लिए योजना बनाई. जो बेरोजगारी भत्ते की बात करते हैं वो कभी देते नहीं है और बेरोजगारी भत्ता परमानेंट उपाय भी नहीं है. चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं देती वह अपने बच्चों को पंख देती है जिससे वह अनंत आसमान में ऊंची उड़ान भर सकें. यह योजना युवाओं को पंख देगी जिससे वह सफलता की ऊंची उड़ान भर सके. 700 अलग-अगल काम तय किए हैं जिसमें विभिन्न प्रतिष्ठान काम सिखाएंगे.. सभी कामों की सूची पोर्टल पर उपलब्ध रहेगी. पोर्टल पर एक तरफ वैकेंसी रहेंगी दूसरी तरफ प्रतिष्ठानों का नाम रहेगा. बच्चों को सूखे-सूखे काम नहीं सिखाया जाएगा, काम सीखने के बदले बच्चों को पैसे मिलने चाहिए.
कितना मिलेगा स्टाइपेंड
12वीं पास - 8 हजार प्रतिमाह
आईटीआई उत्तीर्ण - 8500 हजार प्रतिमाह
डिप्लोमा उत्तीर्ण - 9000 हजार प्रतिमाह
ग्रेजुएशन या उच्च उत्तीर्ण - 10 हजार प्रतिमाह
किसे मिलेगा लाभ
योजना का लाभ लेने के लिए - eKYCआवश्यक है, एमपी ऑनलाइन सेंटर पर होगी.
ईमेल और फोन नंबर दोनों सक्रिए हों, खाते से आधार कार्ड लिंक हो.
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
eKYC के बाद समग्र आईडी पर लॉगिन करें.
लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा जिसे दर्ज कर आगे बढ़ें.
समग्र आईडी पर समस्त जानकारी जांच लें. उसके बाद ईमेल आईडी दर्ज करें.
ईमेल आईडी पर प्राप्त ओटीपी को वेरिफाइड करें.
इसके बाद सम्बिट बटन पर क्लिक करने पर पंजीयन हो जाएगा.
पंजीकृत मोबाइल पर यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होगा.
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