भोपाल: आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच राजनीतिक खींचतान तेज हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर राज्य की जनता से 'झूठे वादे' करने शुरू कर दिए हैं. वो शनिवार को उज्जैन में नर्मदा जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. चौहान ने मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ की आलोचना करते हुए कहा कि कमलनाथ एक बार फिर 'वचन-पत्र' (चुनाव घोषणा पत्र) की सूची तैयार कर रहे हैं.


शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर क्या आरोप लगाए


उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर अपनी 15 महीने की सरकार के दौरान मध्य प्रदेश की जनता से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया. चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने फिर से झूठे वादे करना शुरू कर दिया है.मैं कमलनाथ से बार-बार पिछले विधानसभा चुनाव में किए गए वादों के बारे में पूछूंगा.उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अनाज के उत्पादन पर बोनस देने का वादा किया था,लेकिन चुनाव जीतने के बाद वो भूल गए.चौहान ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के 'वचन-पत्र' पर प्रतिक्रिया देते हुए ये टिप्पणी की. विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने वाले हैं.


वहीं मुख्यमंत्री शिवराज के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कमलनाथ ने कहा, ''मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं है,बल्कि जनहित में योजनाओं को लागू करना है.'' राज्य कांग्रेस प्रमुख ने भी चौहान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों ने चौहान को विदाई देने का फैसला किया है और फिर उनके पास सवाल पूछने के लिए बहुत समय होगा.


कमलनाथ ने मुख्यमत्री के क्या काम बताए


कमलनाथ ने शनिवार को प्रेस से कहा कि अस्थिर दिमाग का व्यक्ति ही इस तरह के प्रश्न पूछ सकता है.मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं है,बल्कि जनहित में योजनाओं को लागू करना है.अगर हमारी घोषणा जनहित में है तो आप उस पर अमल करें.वैसे आप प्रश्न को कुछ महीनों के लिए सेव कर लें.


कांग्रेस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पार्टी ने समाज के सभी वर्गों को कवर करते हुए 'बचन पत्र' (चुनाव घोषणापत्र) तैयार करना शुरू कर दिया है.पार्टी ने महिलाओं के लिए अलग 'बचन-पत्र'बनाने का फैसला किया है.इस सप्ताह की शुरूआत में कमलनाथ के भोपाल स्थित आवास पर 'वचन-पत्र'की तैयारी की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई थी.


ये भी पढ़ें


Ground Report: कांग्रेस को जीत से ज्यादा BJP की हार का डर! दिग्विजय सिंह के गढ़ में चुनाव जीते पार्षदों को दिल्ली भेजा